##मारवाड़ जंक्शन से 17 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ गांव है- आंगदोष। इस गांव के चारों ओर के गांवों में 5 किलोमीटर पश्चिम में आउवा, 02 किलोमीटर पूर्व में रडावास,04 किलोमीटर उत्तर में चेलावास और 04 किलोमीटर दक्षिण में गुडा केसर सिंह आया हुआ है।
यह गांव लगभग 600 घर की बस्ती है जिसमें लगभग ढाई सौ घर सीरवी समाज के है। अन्य में चारण, वैष्णव, सुथार, कुम्हार,नाई, मेघवाल नायक सरगरा, वादी,तेली आदि है। सीरवी समाज में मात्र चार गौत्र चार स्तम्भ के रूप में है, जिनमें लचेटा, सोलंकी, देवड़ा और चोयल मुख्य है इनके अलावा गहलोत और सैणचा के इक्का दुक्का घर है।
इस गांव में श्री आई माता जी मंदिर बडेर के नव निर्माण के लिए नक्शा बनवाया गया एवं शुभ मुहूर्त में श्रीमान हेमाराम जी लचेटा (हाईको, बंगलौर) की मौजूदगी में नींव का मुहूर्त किया गया एवं मात्र डेढ़ वर्ष में मंदिर निर्माण पूरा हो गया और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से 13 मई 2013 अक्षय तृतीया ( आखा तीज) को भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह सम्पन्न हुआ। आंगदूष में श्री आई माताजी मंदिर बहुत शानदार बना हुआ है मुख्य मंदिर में श्री आई माताजी के आस पास गजानन जी एवं राधाकृष्ण जी विराजमान हैं बाहर दोनों ओर हनुमान बालाजी और खेतलाजी भैरव जी विराजमान हैं पास में छोटे छोटे तीन मंदिर बनाकर उसमें कुल देवियों में से आशापुरा माताजी,खीमज माताजी और गाजण माताजी को मंदिर में विराजमान कर बहुत अच्छा काम किया गया है। श्री आई माताजी मंदिर के ऊपर शिव परिवार ( शिव पार्वती) को विराजमान किया हुआ है। साथ में बड़ा हाल भी बना हुआ है।पास में गैलरी और रसोई बनाने हेतु शेड निर्माण किया हुआ है शौचालय स्नानागार की सुविधा भी उपलब्ध है।
यहां बडेर में वर्तमान में कोटवाल श्री पूनाराम जी सोलंकी,जमादारी श्री भानाराम जी देवड़ा और पुजारी श्री सज्जाराम जी लचेटा अपनी सराहनीय सेवा दे रहे हैं।
यहां पर श्री आई माताजी सीरवी समाज आंगदूष का ट्रस्ट बनाया हुआ है जिसके अध्यक्ष भूराराम जी लचेटा, सचिव बाबूलाल जी सोलंकी, उपाध्यक्ष सुजाराम जी सोलंकी और कोषाध्यक्ष श्री खरता राम जी लचेटा अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
नौकरी में मात्र श्री लक्ष्मण देवड़ा ग्राम विकास अधिकारी के अलावा अकाल है। बाहर राज्यों में अब प्रतिभाएं खाते खोल रही है।
दक्षिण भारत में बंगलौर, हैदराबाद, पूना, सूरत, मुम्बई, इरोड,सेलम, औरंगाबाद, भरुच अहमदाबाद आदि में यहां के सीरवी समाज व्यवसाय व्यापार में नाम कमा रहे हैं, जिनमें बंगलौर में हेमजी हाइको, चुन्नीलाल जी, भूराराम जी लचेटा और मन्नाराम जी सोलंकी, हैदराबाद में डूंगाराम जी सोलंकी, जोगाराम जी गहलोत, छोगाराम जी गहलोत, मुम्बई में ओखाराम जी सोलंकी, औरंगाबाद में रुपाराम जी सोलंकी ने अपने गांव का नाम रोशन किया है।
आंगदूष गुड़ा रामसिंह पंचायत में आता है जिसमें तीसरा गांव गुड़ा दुर्जन है जिसके सरपंच पद को श्री चेनाराम जी सोलंकी ने सुशोभित किया एवं अच्छा नाम कमाया आपका आकस्मिक निधन होने पर चुनाव के बाद वर्तमान में श्री प्रकाश जी लचेटा सरपंच पद पर आसीन है।
आंगदूष में श्री अचलाराम जी महाराज ( लचेटा) की समाधि है जिन्हें छत्तीस कौम नमन करते हैं। छत्तीस कौम का भैरव जी मंदिर है जो भव्य मंदिर है, भैरुनाथ गौ शाला है जिसके अध्यक्ष मोटाराम जी सोलंकी और संचालक श्री ताराराम जी सोलंकी है।
आज दिनांक 14 अगस्त 2023 को प्रातः साढ़े नौ बजे से सवा बारह बजे तक धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें माताओं बहनों और बांडेरुओं ने धैर्य पूर्वक पहले महेन्द्र जी कापसी से संस्कार निर्माण पर उद्बोधन सुना बाद में दीपाराम काग गुड़िया द्वारा सीरवी समाज इतिहास और श्री आई माताजी के इतिहास के साथ आपके चमत्कारों को बताया साथ ही चमत्कारी दीवान रोहित दास जी, और हरिदास जी के परचे,सती कागण माताजी,जति भगा बाबा जी पंवार बगड़ी और मीडिया भैलिया का इतिहास सुनाया।
अंत में श्री आई माताजी से आंगदूष गांव की खुशहाली की कामना करते हैं-दीपाराम काग गुड़िया।