##पाली जिले का कश्मीर कहा जाने वाला गौरम घाट, सुरंग एवं उसकी सुरम्य वादियों को देखने के लिए मारवाड़ जंक्शन से मावली क्षेत्र में एकमात्र मीटर गेज रेल मार्ग पर किसी जमाने में नामवर स्टेशन हुआ करता था- राणावास।
##पाली जिले का कश्मीर कहा जाने वाला गौरम घाट, सुरंग एवं उसकी सुरम्य वादियों को देखने के लिए मारवाड़ जंक्शन से मावली क्षेत्र में एकमात्र मीटर गेज रेल मार्ग पर किसी जमाने में नामवर स्टेशन हुआ करता था- राणावास।
आज आज वही स्टेशन दुर्दशा के आंसू बहा रहा है एकमात्र रेल मारवाड़ से मावली एवं वापसी में मावली से मारवाड़ रेल यहां रूकती है। दोनों रेल दिन में बारह से डेढ़ बजे के बीच गुजरती है, टिकट भी गार्ड बाबू से लेना होता है स्टेशन पर कोई स्टाफ नहीं है। जिनका क्रॉसिंग फुलाद में होता है अतः आज गोरम घाट उतर गये तो वापसी के लिए अगले दिन रेल मिलती है।
बड़े कस्बे के रूप में आसपास के एरिया के गांवों का बाजार कहा जाने वाला लगभग तीन चार हजार घर की बस्ती राणावास गांव एवं स्टेशन मिलकर हैं जिनमें छत्तीस कौम के साथ सीरवी समाज का हर काम में नाम है और डंका है। यहां पर सीरवी समाज के लगभग 600-700 परिवार निवास करते हैं श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल का दो दिवसीय ठहराव रहता है।जूनी और नई दो बडेर और एक नागणेच्या माता जी का बडेर बना हुआ है। दोनों बडेर में बारी बारी से भैल का ठहराव होता है इस बार पुरानी बडेर में दिनांक 09 अगस्त 2023 को भव्य बधावा किया गया। रात्रि में मातृ शक्ति द्वारा देर रात तक हरजस और भजन कीर्तन किया गया अतः पुरुष भजन करने से वंचित रह गए। अगली रात 10 अगस्त 2023 को सीरवी समाज के इतिहास, माताजी के इतिहास और चमत्कार दीवान रोहित दास जी, दीवान हरि दास जी,कागण माताजी,जति भगा बाबा जी पंवार एवं मिडिया भैलिया के बारे में दीपाराम काग गुड़िया द्वारा एवं संस्कार निर्माण पर उद्बोधन महेन्द्र जी कापसी द्वारा दिया गया।
पुरानी बडेर में कोटवाल कालूराम जी हाम्बड़ एवं जमादारी मांगीलालजी काग एवं पुजारी श्री केसाराम जी राठौड़ है जो नागणेच्या माता जी की भी सेवा करते हैं।
इस बडेर की प्राण प्रतिष्ठा को एक अरसा बीत गया है 1980 में परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से प्राण प्रतिष्ठा सम्पूर्ण हुई थी अब इसके जीर्णोद्धार एवं रंग रोगन की आवश्यकता है पास में शानदार सुविधाओं के साथ नया सभा भवन बनाया जा चुका है जो अच्छी बात है।इस समय इस मंदिर की देखरेख का कार्य खादबीज वाले श्री पेमाराम जी बरफा कर रहे हैं।
बड़ी बडेर की प्राण प्रतिष्ठा 03 फरवरी 2022 माघ सुदी बीज को हुई थी जिसकी वर्षगांठ फरवरी 2023 में भैल एवं दीवान साहब के बधावे के साथ सम्पन्न हुई थी।बड़ी बडेर में कोटवाल वोरा राम जी हाम्बड़ एवं जमादारी कालूराम जी हाम्बड़ हैं यहां पर पुजारी सिरियारी के भाटी विजय सिंह रावत पिछले दस माह से सेवा दे रहे हैं।नयी बडेर छीतर लाल पत्थर में बहुत शानदार बनी हुई है बडेर के पीछे ही दो मंजिला इमारत में सभा भवन बनाया गया है। जिसमें शौचालय स्नानागार की सुविधा उपलब्ध है। इस बडेर की कार्यकारिणी बनी हुई है जिसके अध्यक्ष पद को श्री रामलाल जी पंवार पनवेल मुम्बई सुशोभित कर रहे हैं सचिव रमेश जी हाम्बड़ चैन्नई और कोषाध्यक्ष मोतीलाल जी हाम्बड़ हैदराबाद में व्यवसायरत है।इस बडेर की देखरेख का कार्य पेमाराम जी हाम्बड़ कर रहे हैं।
राणावास पुराने समय से शिक्षा का केन्द्र रहा है यहां पर जैन एवं राजपूत समाज के विद्यालय एवं छात्रावास बरसों पुराने एवं नामवर हैं, ऐसे में सीरवी समाज भी पीछे नहीं हैं स्टेशन से राणावास गांव की मैन रोड़ पर जैन विद्यालय के सामने दो मंजिला शानदार श्री आई माता जी सीरवी छात्रावास भवन 1975 से अपनी शोभा बढ़ा रहा है, कोई समय में यहां आसपास के गांवों से 25-30 विद्यार्थी रहकर विद्याध्ययन कर रहे थे लेकिन वर्तमान पीढ़ी के दक्षिण भारत पलायन एवं गांवों में शिक्षा सुविधा उपलब्ध हो जाने के कारण छात्रावास में कोई विद्यार्थी नहीं रह रहा है, जिसके पुराने भवन में दरवाजे खिड़कियों को जीर्णोद्धार की आवश्यकता है नये भवन में आदर्श विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय RSS द्वारा संचालित हो रहा है जो कि भारत के सुनागरिक निर्माण में छात्रावास भवन उपयोग में लाया जा रहा है। विद्यालय प्रबंधन समिति में व्यवस्थापक के पद पर श्री प्रताप जी निमली वरिष्ठ अध्यापक चौकड़िया कार्य कर रहे हैं यहां की छात्रावास कार्यकारिणी में श्री लूम्बाराम जी गहलोत सेवा निवृत्त पोस्ट मास्टर अध्यक्ष एवं श्री खूमाराम जी हाम्बड़ सचिव पद सुशोभित कर रहे हैं आपके कार्यकाल में छात्रावास भवन की तीन बीघा जमीन पर चारदीवारी का काम पूरा किया गया लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है दीवान साहब माधव सिंह जी ने मैरिज गार्डन एवं सड़क किनारे दुकानें बनाने का सुझाव दिया जिस पर अभी अमल नहीं हो सका है अब कमर कसने की तैयारी है।
इस गांव से श्री इन्दाराम जी एवं चेनाराम जी सेवा निवृत्त फौजी और श्री लूम्बाराम जी गहलोत सेवा निवृत्त पोस्ट मास्टर है वर्तमान में नौकरी में केवल चतराराम जी स्वास्थ्य विभाग में MPW के रूप में अकेले सीरवी है बाक़ी सीरवी बंधुओं का अकाल है।
वर्तमान में राणावास में व्यापार व्यवसाय में सीरवी समाज के लगभग 25-30 प्रतिष्ठान हैं जिनमें किराणा, मेडिकल, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रीकल, हार्डवेयर, सीमेंट, सेनेटरी खाद बीज सहित तरह के प्रतिष्ठान हैं। राणावास से बाहर चैन्नई, हैदराबाद, बंगलौर, सूरत पुणे तथा मुम्बई में व्यापार व्यवसाय फल फूल रहा है।
राणावास से लगभग एक डेढ़ किलोमीटर पश्चिम की ओर अमरनाडा पर अकेले सीरवी समाज द्वारा बाबा रामदेव जी के शानदार मंदिर को बनाया गया है जहां जंगल में मंगल है बहुत रमणीक स्थल बनाया हुआ है केसाराम जी काकू विधायक मारवाड़ जंक्शन द्वारा अपने विधायक कोटे से डामर सड़क भी बनी हुई है।
यहां से राजनीति में पुराने चेहरे में खूमाराम जी हाम्बड़ एवं वर्तमान में गणपत जी सेपटा पूर्व जिला परिषद सदस्य, सज्जन जी मुलेवा जिला परिषद सदस्य सक्रिय हैं।
सभी तरह की जानकारी जुटाने में सहयोग श्री दीपाराम जी गहलोत एवं साथ चलकर श्री लूम्बाराम जी गहलोत ने जानकारी करवाईं आपका बहुत बहुत आभार।
सीरवी समाज राणावास की सुख समृद्धि की कामना के साथ -दीपाराम काग गुड़िया।