सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : (मंगल सैणचा, बेंगलोर senacha@in.com,09845440433)

बीकानेर। राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य पुखराज सीरवी ने नौ दिन पहले केन्द्रीय जेल बीकानेर में कैदियों में हुए झगड़े की घटना की प्राथमिकी पुलिस में दर्ज नहीं कराने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने जेल प्रशासन को इस मामले में तत्काल कानून सम्मत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीरवी शनिवार को केन्द्रीय जेल का निरीक्षण कर रहे थे।

निरीक्षण के दौरान बैरक संख्या नौ का गेट नौ दिन से क्षतिग्रस्त अवस्था में पाए जाने को गंभीरता से लिया और उसकी फोटोग्राफी करवाकर तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऎसा नहीं होने से पूर्व में हुई घटना की पुनरावृत्ति की आशंका रहेगी। सीरवी ने झगड़े में चोटग्रस्त हुए कैदियों का चिकित्सकीय परीक्षण व इलाज कराने,आइंदा विवाद नहीं हो इसके लिए एक समूह व परिवार के बंदियों को अलग-अलग बैरकों में रखने, उनके भोजन, मंदिर व न्यायालय में पेशी के लिए जाने के समय में बदलाव के निर्देश दिए।

जेल परिसर में बैरकों के पास र्ईट व अन्य सामग्री को तुरंत हटाने को कहा। सीरवी ने बंदियों को दिए जाने वाले भोजन, नाश्ते, चाय आदि की जानकारी ली तथा खुद भोजन भी चखा। बंदियों ने भी उन्हें बताया कि उन्हें भोजन आदि समय पर तथा ठीक मिलता है। निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अर्जुनराम चौधरी भी उनके साथ थे। उन्होंने सीरवी को कैदियों में हुए झगड़े के मामले में प्रशासनिक स्तर पर की गई कार्रवाई से अवगत कराया। जेल के उपअधीक्षक एम. सी. बैरवा व जेलर जगदीश प्रसाद ने उन्हें बताया कि जेल में वर्तमान में 15 महिलाओं सहित 800 कैदी हैं। सीरवी ने जेल परिसर में वट का पौधा भी लगाया।

तीसरी बार हुआ निरीक्षण
केन्द्रीय जेल में कैदियों के बीच हुए झगड़े की घटना के बाद शनिवार को तीसरी बार जेल का निरीक्षण हुआ। सीरवी से पहले मानवाधिकार आयोग के सदस्य जगत सिंह तथा जिला कलक्टर श्रेया गुहा ने अलग-अलग दिन जेल का निरीक्षण किया था। कलक्टर ने निरीक्षण के बाद मामले की जांच अतिरिक्त जिला कलक्टर नगर को सौंपी थी।