सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
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जैतारण। गरनिया क्षेत्र के विद्यालयों में घटिया पोषाहार सामग्री वितरण के मामले को लेकर मंगलवार को प्रशासन की नींद खुली। बीईईओ समेत अधिकारियों ने विभिन्न विद्यालयों में पहुंचकर जांच प्रारंभ की। अधिकारियों ने ग्रामीणों से पूछताछ कर लिखित बयान लिए। उन्होंने विभिन्न कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से पोषाहार के बारे में पूछताछ की। 
पिछले कई दिनों से घटिया पोषाहार की शिकायत करते बच्चो द्वारा पोषाहार का बहिष्कार और ग्रामीणों के विरोध संबंधी समाचार राजस्थान पत्रिका में सिलसिलेवार प्रकाशित होने पर मंगलवार को विभागीय अधिकारियों ने बच्चो की सुध ली। राजकीय प्राथमिक विद्यालय बडा सीरिया में बच्चों ने बताया कि स्कूल में भोजन घटिया बनता है इसलिए वे सभी घर से टिफिन लाते हैं। 
यहां मौजूद ग्रामीण कन्हैयालाल सीरवी ने अधिकारियों को स्थिति की जानकारी दी। अधिकारियों ने गरनिया बालिका विद्यालय में भी छात्राओं से पूछताछ की। यहां एकत्रित हुई महिलाओं ने बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने कार्रवाई नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी।
बच्चो ने बयां की हकीकत
जांच अधिकारी जब विद्यालयों में पहुंचे तो नन्हे बच्चे सहमे नजर आए। अधिकारियों ने बच्चो को पुचकारते हुए बिना डरे अपनी बात कहने को कहा। बच्चो ने बताया कि ज्यादातर पत्तागोभी की सब्जी ही आती है। दाल में कई बार इल्लियां आती है। कई बच्चो ने बताया कि वे घर से टिफिन लाते हैं। 
सामने ही खुली पोल
राजकीय प्राथमिक विद्यालय बडा सीरिया में खाने की जांच करने आए अधिकारियों के सामने बच्चो ने पोषाहार की पोल खोल दी। बच्चों ने चावल की खिचडी में पडी इल्लियां दिखाई। इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों से अन्नपूर्णा समिति को भंग करने की मांग की।
जांच के दौरान ब%