सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By कानाराम परिहार कालापीपल on 07 Apr 2016, 12:21:01
भक्त प्रहलाद के वंशज राजा विलोचन की दस रानियों में से नौ रानियां यहां पवित्र बाणगंगा स्थल पर सती हुई थी। उनकी स्मृति में प्रतिवर्ष यहां मेला भरता है। हजारों श्रद्धालु बाणगंगा में डूबकी लगाते है। गंगा मैया मन्दिर में पूजा-अर्चना कर नौ सतियों के पवित्र स्थल की परिक्रमा करते है।
मेले का मुख्य आकर्षण बिलाड़ा कस्बे एवं खारिया मीठापुर की प्रसिद्ध गेर नर्तक दल रहते है जो रंग-बिरंगे परिधानों में नाचते हुए बिलाड़ा बडेर से बाणगंगा स्थल तक पहुंचते है। इसके साथ ही मेला परवान चढ़ता है।
मेले में लकड़ी से बने सामानों की हाट लगती है। किसान खेती के उपकरणों की खरीदारी करते है। महिलाएं घरेलू जरूरतों का सामान खरीदती है।
समाचार भेजा श्री जितेन्द्र सिंह राठौड़ बिलाङा