सीरवी समाज - मुख्य समाचार

मुनिश्री चिन्मयसागर जी महाराज के सानिध्य मे सीरवी समाज मैसूर का सम्मैलन सम्पन्न
Posted By : Posted By कानाराम परिहार कालापीपल on 26 Oct 2015, 12:47:47
मैसूरु। यहां की चामुण्डी हिल्स की तलहटी में चातुर्मासार्थ विराजित मुनिश्री चिन्मयसागर जी महाराज ‘जंगल वाले बाबा’’ के सान्निध्य में मैसूरु के स्थानीय सीरवी समाज का सम्मेलन सम्पन्न हुआ जिसमें ब़डी संख्या में सीरवी समाज के लोगों ने भाग लिया। धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मुनिश्री ने कहा कि संपूर्ण देश एवं देशवासियों की स्थिति देखने पर लगता है कि आज प्रत्येक मनुष्य को मनुष्यत्व की आवश्यकता है। हर व्यक्ति के पास देखने की अपनी दृष्टि होती है, हर व्यक्ति अपनी-अपनी दृष्टि से देखता है। हर व्यक्ति अपने आप को धनवान, रुपवान, संपन्न, सुशिक्षित, समझदार, शूरवीर समझता है परन्तु अपने आप के अंदर मनुष्यत्व को नहीं देखता। जिस दिन व्यक्ति अपने अन्दर मानवता को देखने लग जाएगा उसी दिन से समाज-जाति-वर्ग आदि के सारे मतभेद समाप्त हो जायेंगे। असामाजिकता, अराजकता, गरीबी, बेरोजगारी सब समाप्त हो जायेगी। मनुष्य में मनुष्यत्व अर्थात मानवता आने से सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। धर्म, कर्म, सत्कर्म सबका मूल मानवता है। हमारी सोच सकारात्मक हो, मानसिकता व्यापक बने ऐसा हमारा प्रयास होना चाहिए। मनुष्य सम्पन्न बनने मात्र से श्रेष्ठ नहीं बन सकता, श्रेष्ठ बनने के लिए साफ दिल वाला बनना जरुरी है। मुनिश्री ने उपस्थित सीरवी समाज की सराहना करते हुए कहा कि सन्मार्ग सभी के लिए होता है। सीरवी समाज सेवाभावी कार्यों में लगा है। मानवतापूर्वक किया हुआ कार्य ही व्यक्ति के साथ जाता है। दूसरों का काम बिगा़डने की मानसिकता से स्वयं का काम बिग़ड जाता है। मुनिश्री ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाआंे का परम कर्त्तव्य है कि वे अपने बच्चों में सुसंस्कार, सुशिक्षा की शिक्षा देते हुए सदाचारी बनाएं। मुनिश्री ने सभी उपस्थित जनों को सृजनशील बनने, रचनात्मक कार्य करने व संवेदनशील बनने की प्रेरणा दी। मुनिश्री ने उपस्थित लोगों से नशा मुक्त रहने का संकल्प कराया तथा सीरवी समाज के लोगों ने मुनिश्री से माला प्राप्त की। प्रेषक मनोहर राठौङ मैसूर