सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : साभार - दैनिक भास्कर - जोधपुर 
	
	
जैतारण,कस्बे सहित आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों के वाशिन्दे रेल सुविधा के इंतजार में है,लेकिन विधायक एवं सांसद इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। ग्रामीण वर्षों से जैतारण के रेल सेवा से जुडऩे का इंतजार कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सेवा से जोडऩे के लिए बर से बिलाड़ा तक पचास किलोमीटर दूरी पर रेलवे ट्रेक बिछाने के लिए आंदोलन भी किया गया, लेकिन परिणाम ढाक के तीन पात की रहा। रेलवे लाइन केवल पचास किलोमीटर टूकडा से तथा बर से बिलाड़ा रेल मार्ग जुडऩे से जोधपुर—अजमेर का फासला भी कम होगा तथा जैतारण क्षेत्र जो प्रचुर मात्रा में लाइम स्टोन के भंडारों से भरा पड़ा है, उसका भी परिवहन होगा। इससे रेलवे विभाग को फायदा होगा। वर्तमान में लाइम स्टोन अन्य प्रांतों में यहां से ट्रकों व अन्य वाहनों में लदान होकर जाता है। क्षेत्र में चार—पांच सीमेंट उद्योग भी है, जहां से प्रतिदिन हजारों टन सीमेंट लदान होता है। 
रेलवे ट्रेक बिछने से आवागमन सस्ता एवं समय की बचत होगी। लंबे समय से रेलवे लाइन बिछाने की मांग चल रही है। अगर इस बजट में रेलवे लाइन ट्रेक बिछाने की कार्यवाही शुरू होती है, तो आमजन को इसका लाभ मिलेगा।
मल्लाराम सीरवी, प्रधान जैतारण।
जैतारण क्षेत्र की जनता से जुड़ा हुआ मुद्दा है। इसकी स्वीकृति इस बार रेल बजट में नहीं हुई,तो आमजन को निराशा हाथ लगेगी।
मदनलाल नाग। (uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 16Feb2010 at 9.16PM )