सीरवी समाज - मुख्य समाचार

सीरवी समाज के उभरते कवि - राष्ट्रीय कवि मुकेश मोलवा(मुलेवा) सीरवी
Posted By : Posted By कानाराम परिहार (कालापीपल) on 15 Jun 2015, 07:27:
सनातन धर्म के प्रखर प्रवक्ता हिन्दूत्व के महान जयघोष सीरवी समाज के लाडले 31 वर्षीय राष्ट्रीय कवि श्री मुकेश मोलवा ( मुलेवा) सीरवी समाज ही नही अपितु सम्पूर्ण भारत वर्ष मे वीरता के रस को भरने वाला चमकता सितारा है जो अपनी स्वर्णीम आभा से भारतीय काव्य मंचो को आलोकित कर रहे है। आपका जन्म म.प्र. के धार जिले की सरदार पुर तहसील के ख्यात ग्राम रतनपुर मे पिताश्री कानालालजी मुलेवा के घर माता श्रीमती मानीबाई की कोख से हुआ आप बाल्यकाल से ही प्रखर प्रतिभा के धनी थे । आप बेहद मिलनसार, मृदुभाषी, सेवाभावी, निष्ठावान, सामाजिक चेतनाओं के प्रति जागरुक रहे है आपका विवाह श्रीमती मंजूषा से हुआ है आपके एक ढाई वर्षीय पुत्र श्री आराध्य है। विद्यार्थी जीवन से ही आपकी पढाई मे प्रवीणता के साथ साथ सह पाठ्य गतिविधियों मे भी गहरी रुची रही है आप कक्षा आठवीं मे पढते थे तब छात्र परिषद के उपाध्यक्ष बन गए थे तथा बाद मे 12 वीं मे छात्र परिषद के अध्यक्ष बने आपकी खेलों मे भी रुची रही है आप 9 वीं कक्षा मे छात्र परिषद के क्रीड़ा सचिव बने कक्षा 11 वीं मे आप अपनी काव्य प्रतिभा को निखारते हुए छात्र परिषद मे सांस्कृतिक सचिव बने । 12 वीं के बाद आपने एमबीए ( मार्केटिंग एच आर) की डिग्री हासिल की तथा लोक प्रशासन व हिन्दी साहित्य दोनों मे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर से एम ए की डिग्री भी प्राप्त की । तथा आपने सिंगापुर मेनेजमेन्ट युनिवर्सिटी से मैनेजमेन्ट डवलपमेन्ट प्रोग्राम किया है और आप AMIMS मैनेजमेन्ट इंस्टीट्युट मे प्राध्यापक है । आप बहूमुखी प्रतिभा के धनी रहे है । अपने क्षेत्र मे उत्कृष्ठ कार्यों से राष्ट्रीय स्तर पर शानदार पहचान बनाने वाले अब तक अपने सीरवी समाज मे दो तीन ही हिरे पैदा हुए है जिनमे श्री पीपी चौधरी वकालात मे, श्री मंगल सैणचा पत्रकारिता मे और तीसरे ये मुकेश मोलवा काव्य पाठ मे इन तीनो महानुभावों ने अपने बलबूते अपनी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बनाई है। ओज वीर रस के महान कवियों मे शुमार राष्ट्रीय कवि मुकेशजी मोलवा ने अनेको अखिल भारतीय कवि सम्मैलनों मे दिल्ली, जयपुर, मुम्बई, अहमदाबाद, सुरत, चण्डीगढ,कोलकाता, भोपाल, इन्दौर,उदयपुर रायपुर, नोएडा, लखनऊ जैसे बड़े नगरों सहित अब तक 250 से अधिक अखिल भारतीय मंचो पर काव्य पाठ व विभिन्न मंचो का संयोजन किया है। डॉ. हरिओम पंवार, वेदव्रत वाजपैयी, मणिक वर्मा, बालकवि वैरागी, सत्यनारायण सतन,कुमार विश्वास, अनुसपना, अनामिका अम्बर जैसे दिग्गज कवि कवयित्रि के साथ मंच साझा करने का गौरव हासिल किया है । आप विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई प्रवीण तोगड़िया के साथ हिन्दूत्व का शंखनाद करने वाले एक मात्र सीरवी होने का गर्व सम्पूर्ण अखिल भारतीय सीरवी समाज को है। राम जन्मभुमि न्यास की महासचिव साध्वी प्रज्ञा भारती के साथ भी मंच साझा उत्तम स्वामीजी के कार्यक्रम मे काव्यपाठ करने का गौरव भी प्राप्त किया है। वर्तमान भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धनसिंह राठौड़ , मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जैसे अन्य राजनेताओं के भी आप पसन्दीदा कवि है। वर्तमान मे आप ‘’शहीद स्मृति मंच मध्यप्रदेश’’ के संयोजक । नवोदित कवियों के लिए ‘’मालवा के महारथी ‘’ संस्था के संस्थापक ‘’अखिल भारतीय काव्य परिषद’’ के महासचिव जैसे महत्वपूर्ण पदो पर कर्तव्य निभा रहे है । भारत माता के इस विर रस के लाडले राष्ट्रीय कवि को अपने काव्य क्षेत्र मे कहीं ख्याती प्राप्त पुरुष्कारों से भी नवाजा गया है जिनमे प्रमुख 1. बख्तावर शौर्य सम्मान 2. राणा प्रताप काव्य रत्न अलंकरण है। आपका काव्य – ‘’धेनु ही धर्म ‘’ आपकी प्रमुख कविताएं – 1. चन्द्रशेखर आजाद 2. राणा बख्तावरसिंह 3. मै हिन्दू हूं 4. हरिसिंह नलवा 5. दीवान हरिदास 6. दीवान कर्मसिंहजी आदि है। निसन्देह आप सीरवी समाज के वो महान उभरते हुए सितारे है जो भारत नही पुरी दुनिया मे अपनी काव्य रचनाओं से (सोसियल मिडिया के माध्यम से) समाज के साथ साथ भारत माता का नाम रोशन कर रहे है। इस महान प्रतिभा का अखिल भारतीय सीरवी महासभा, सीरवी समाज डॉट कॉम,सीरवी सन्देश, चेतबन्दे,व आई ज्योति पत्रिका परिवार उज्ज्वल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ हार्दिक अभिनन्दन करते है। लेखक – कानाराम परिहार (कालापीपल) वरिष्ठ अध्यापक रा.उ.मा.वि. सरदार समन्द (पाली) - दिलीप कुमार सीरवी (चौकड़िया) चौधरी इलेक्ट्रीकल्स बालापुर एक्स रोड़ हैदरावाद