सीरवी समाज - मुख्य समाचार

‘‘ सिर्वी समाज को श्रेष्ठ मुकाम पर ले जाने हेतु संस्कारित शिक्षा के साथ कड़ी मेहनत जरूरी "
Posted By : Posted By कानाराम परिहार कालापीपल on 26 Nov 2014, 00:17:06
"कुक्षी सेमिनार में 414 विद्यार्थियों ने भाग लिया ‘‘ समाज को श्रेष्ठ मुकाम तक पहुंचाने के लिए बच्चों को संस्कारित शिक्षा की महती आवश्यकता है। कागज के टुकडे़ इकटठे करना शिक्षा नही होती । शिक्षा का सही अर्थ समाज के साथ देश सेवा है । शिक्षा ही जीवन को जीने की कला सिखाती है। उक्त विचार विश्व हिन्दु परिषद मालवा प्रांत के संगठन मंत्री सोहन सोलंकी ने स्थानीय हीरा पैलेस में सिर्वी समाज तहसील संगठन द्वारा आयोजित सेमिनार में विद्यार्थी अपना भविष्य कैसे संवारे विषय पर बतौर मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किये । सभापति हीरालाल देवड़ा (बड़वानी ) ने कहा कि समय के अनुशासन में रहना सफलता का सबसे बड़ा सूचक है । शिक्षा ही वह माध्यम है जो स्वंय का स्वंय से परिचय कराती है । विध्यार्थियों को अपने जीवन को प्रकाश व खुशबु से महकाना चाहिए प्रकाश सदज्ञान एवं खुषबु सद्व्यवहार का प्रतीक है । जीवन उर्जा को मन रूपी उपकरण से जोड़कर जीवन का संचार करे। शिक्षा सही मन का निर्माण करती है । जीवन में सही दिशाबोध होना आवश्यक है। विषेष अतिथि हरिदास स्मारक ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष पृथ्वीसिंह सोलंकी ने समाज की व्याख्या के साथ दीवान परम्परा व बैल के नियम पर प्रकाश डाला। कुक्षी सिर्वी समाज सकल पंच अध्यक्ष गोमाजी सेप्टा ने कहा कि समय की धारा के साथ विद्यार्थियों को कैसे चलना इस पर विषेष ध्यान देकर जीवन में आगे बढे। सर्वप्रथम श्री आईमाताजी की पूजा अर्चन व महाआरती के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई। स्वागत भाषण समाज के तहसील अध्यक्ष कान्तिलाल गेहलोत ने दिया मंच पर वक्ताओ के साथ डा.जया चोयल मनावर व मिश्रीदेवी चैधरी डेहरी, डा.यु.के.भायल प्राचार्य नारायण काग बालीपुर, रामचन्द्र पंवार लोहारी,जगदीश भायल देशवाल्या, कान्तिलाल गेहलोत अध्यक्ष कुक्षी एवं गंगा मुलेवा विराजीत थी । अतिथियों का स्वागत विक्रम चोयल, कैलाष काग, प्रकाश भायल, बाबुलाल गेहलोत, मुकेश गेहलोत, हीरालाल सिर्वी ,पन्नालाल मुलेवा, संतोष मुकाती, रमेश काग, डेनिस काग, सिताराम सोलंकी, धनश्यम काग, रोशनी गेहलोत, महेन्द्र सेप्टा, गंगा मुलेवा, सोनम जमादारी ने किया । द्वितीय सत्र मंथन में लड़के व लड़कियों के पृथक ग्रुप बनाकर विद्यार्थी जीवन की दिनचर्या, मित्रता चहेते विद्यार्थी बनना ,पढा़ई के दौरान आने वाली परेशानी व समाधान विषयों पर मंथन कर चर्चा की गई । मंथन के निष्कर्ष के रूप में विद्यार्थियों भावना बर्फा, धनश्यम काग, डेनिम काग, अंकिता गेहलोत, संतोष हम्मड़ रोशनी राठौर, संध्या भायल, जिनी हम्मड़, ज्योति सोलंकी ने विचार वयक्त किये । कार्यक्रम में तहसील के 24 ग्रामो से 414 छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाईं। पंजियन में रघु भायल, मनिष गेहलोत,महेश सिंद्व, गंगा मुलेवा, सोनम चोयल ने सहयोग प्रदान किया । कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ सीताराम सोलंकी नर्मदानगर, गोपाल पंवार कापसी, शंकारलाल हम्मड़ बडग्यार, जितेन्द्र शिंदे कोण्दा, बाबुभाई बडदा ,उकारजी माली, रणछोड़ पटेल बाग, मोहन बर्फा, मोहन परमार अध्यापक, लक्ष्मण राठौर लोणी, तेजपाल बर्फा ननौदा, सीताराम सेन्चा नवाजपुरा,राजेश राठौर कुक्षी, रमेश जमादारी कुक्षी, गोविन्द भायल बाकी, लक्ष्मण सोलंकी लोहारा, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अध्यापक नरेन्द्र सिर्वी ने किया व आभार जिला कोषाध्यक्ष प्रकाश भायल ने माना ।