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नशेडि़यों की हठधर्मिता से बढा आक्रोश, अफीम मनुहार बन्द नशा मुक्ति की बैठक
Posted By : Posted By कानाराम परिहार कालापीपल on 19 Aug 2014, 21:37:02
कंटालिया, मा. ज. - पाली में प्रस्तुति –गोपाराम राष्ट्रीय समन्वयक, नशा मुक्ति एवं समाज सुधार अभियान पता-206, राजीव नगर, बासनी प्रथम फेज, जोधपुर-राज.-342005 नशा नाश की जड़ है सभी धर्मो में नशीली चीजो का सेवन पूर्णतयाः वर्जित है, इसी को मद्देनजर रखते हुए समाज को नशा मुक्त करने के उद्देश्य से दिनांक 09.04.2006 को बिलाडा में समाज के गणमान्य बुद्विजीवियों की उपस्थिति में इस अभियान का शुभारम्भ किया गया। पूज्यनीय धर्मगुरू श्रीमान दीवान साहब के सानिध्य में इस अभियान को जोरदार गति मिली। अभियान के द्वारा समाज में जागृति पैदा की गयी, उससे आयोजन में अफीम व अन्य नशीले चीजों का प्रचलन लगभग बन्द होने की ओर है। नशा मुक्ति एवं समाज सुधार के इतने वर्षो के प्रयासो के बाद अभी भी कुछ क्षेत्रों में नशेडि़यों की हठधर्मीता एव सामाजिक बन्धुओं द्वारा विरोध नही करने से समारोह में अफीम व अन्य नशीले पदार्थो का सेवन खुले आम किया जा रहा है चाणक्य ने कहा कि ’’ जब देश का शासक ही नशे में हो तो, प्रजा तो नशें में होगी ही ’’जिस क्षेत्र में युवा व पंच मुखिया अफीम व अन्य नशीली चीजों के सेवन में अग्रणी रहते है तो अन्य लोगों को इससे कौन रोकेगा? और समाज सुधार कौन करेगा व किस तरह से होगा? राष्ट्रीय समन्वयक, नशा मुक्ति अभियान के द्वारा दो-तीन बार कंटालिया गांव में बडेर में मिटिगं कर समजाईस के प्रयासो के बाद भी, और जगह तो दूर बडेर में ही नशे के सेवन को रोका नही जा सका।दिनाकं 03.08.2014 को शाम को जात हेतु श्री आई माता का धर्म-रथ 1⁄4 भैल 1⁄2 का आगमन कंटालिया गांव में हुआ। भैल एव पुनामहाराज के स्वागत सत्कार बाद गांव के सभी पंचगण के साथ कार्यकर्ता बडेर में एकत्रित हुए, तथा नशेड़ी लोगो ने वही पुराना अफीम की मनुहार का दौर शुरू कर दिया, इस पर जागरूक कार्यकर्ताओं ने भैल के सामने बडेर में अफीम मनुहार को बन्द करने को कहा तो सभी पंचगण बडेर में रात्रि का तैयार खाना को छोड़कर भूखे ही चलते बने और कहा की हम तो ऐसे ही खायेगें। दिनाकं 04.08.2014 सुबह सभी पंचगण जात कराने हेतु वापस बडेर में एकत्रित हुऐ, जैसे ही सभी पंचगण बडेर में एकत्रित हुऐ आदत से लाचार नशेड़ी लोगो ने वही पुराना अफीम की मनुहार का दौर शुरू कर दिया, इस पर फिर जागरूक कार्यकर्ताओं ने भैल के सामने अफीम मनुहार को बन्द करने को कहा तो नशेड़ी लोग उग्र हो गये और जागरूक कार्यकर्ताओं से हाथापाई एंव धक्कामुक्की करने लग गये तथा मामला गभ्भीर होता देख जैसे तैसे करके पुनामहाराज ने शान्ति करवाई तथा जात का कार्यक्रम पुरा किया।इस घटनाक्रम की जानकारी राष्टंीय समन्वयक को दिनाकं 04.08.2014 को तुरन्त ही करवायी, कंटालिया गांव में बडेर में हुऐ घटनाक्रम की जानकारी आसपास के क्षेत्र में भी फेलने लगी, जागरूक कार्यकर्ता भी भैल के सामने अफीम मनुहार को बन्द करने मो. 94144-12815, 99297-17343 को लेकर हुऐ घटनाक्रम से आक्रोस में आने लगे, कहने लगे जब बाड़ ही खेत को खाने लग जायेगी, तो फिर सुधार कैसे किया जा सकता है। समन्वयक ऐसे व्यक्तियों की कठोर से कठोर शब्दों में निन्दा करता है जो अग्रणी होने का मात्र दिखावा करते है और समाज में बिगाड़ का काम करते है तथा एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी, यह तो हद हो गयी तथा एकजुट होकर नशेड़ी लोगों का सामना करने का तय किया, इसके लिये बडेर के अध्िान आने वाले सभी परिवार से घरपति सदस्यों की मिटिगं दिनाकं 12.08.2014 को बडेर में रखने का निर्णय लिया, जिसमें राष्ट्रीय समन्वयक, नशा मुक्ति अभियान को विशेषतौर से आवश्यक रूप से आने को कहा । दिनाकं 12.08.2014 को बडेर में सैकड़ों की तादाद में जागरूक कार्यकर्ताओं का जमावड़ा हुआ बडेर के अन्तगर्त दो दर्जन पंचों में से सिर्फ पांच पंच जो नशा नही करते, वे ही आये, सर्वप्रथम दिनाकं 04.08.2014 को जागरूक कार्यकर्ताओं से भैल के सामने अफीम मनुहार को बन्द करने को लेकर नशेड़ी लोगों द्वारा हाथापाई एंव धक्कामुक्की करने की निदां की गयी, ततपश्चात समस्त प्रकार के आयोजनों में अफीम मनुहार को बन्द करने को लेकर विस्तार से अपने-अपने विचार रखे, अभियान के राष्ट्रीय समन्वयक ने विस्तार से अभियान के बारे में समजाईस की तथा कहा की वे अपने यहा आयोजित सामाजिक समारोह में नशा नाम की किसी भी वस्तु को प्रयोग में नहीं लेते है। अतः सामाजिक बन्धुओं आप भी समन्वयक से प्रेरणा ले और यह संकल्प करें कि वे भी अपने यहां पर आयोजित किसी भी समारोह में किसी भी प्रकार की नशीली वस्तु का प्रयोग नहीं करेगें और न ही कही पर भी होने देगे। सर्वसहमती से यह निर्णय लिया की आज के बाद बडेर कंटालिया के अधिन आने वाले सभी परिवार सभी प्रकार के आयोजनों में अफीम मनुहार पुर्ण रूप से बन्द रखेगें तथा दोषी पाये जाने पर कठोर आर्थिक फाईन राशि का भी प्रावधान किया गया, इस निणर्य की पालना करवाने हेतु एक निगरानी समिति का भी गठन किया गया। इस बैठक को आयोजित कराने में देवारामजी चोयल, पूर्व सरपंच, नेमारामजी सेफटा, पूर्व सरपंच, सुजारामजी पंवार, भानारामली सोलंकी, चोथारामजी चोयल भंवरलालजी चोयल सहित जागरूक सदस्यों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।