सीरवी समाज - मुख्य समाचार

श्री आईमाताजी का अद्भुत धाम है नारलाई - श्रीमती वसुन्धरा राजे
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 07 Aug 2013, 21:45:34
मुसलाधार बारिश व तेज बुखार के बावजूद महासभा अध्यक्ष श्री पी.पी. चौधरी के साथ किये दर्शन नारलाई, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा का पाली जिले में आगाज सीरवी समाज के लिए गौरवशाली रहा। अखिल भारतीय सीरवी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पी.पी. चौधरी (सीनियर एडवोकेट) ने पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे से आग्रह किया कि 27 जुलाई 2013 को संकल्प यात्रा के दौरान राजे जैकलजी आई माताजी मंदिर दर्शनार्थ पधारकर सीरवी समाज की आराध्य देवी आई माताजी से आशीर्वाद प्राप्त कर आगे की सुराज संकल्प यात्रा शुरु करे। उनसे यह भी निवेदन किया कि आपके नारलाई जैकलजी मंदिर पधारने से सीरवी समाज अपने आप में गौरवान्वित महसुस करेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान पी. पी. चौधरी के आग्रह को पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने स्वीकार किया और 27 जुलाई 2013 को नारलाई पधारी। 25 व 26 जुलाई की रात को वसुन्धराजी को तेज बुखार था शरीर कमजोर हो गया एक बार तो ऐसा लगा कि नारलाई मंदिर दर्शन का कार्यक्रम निरस्त करना पड़ सकता है परन्तु मां आईजी की कृपा व वसुन्धराजी की माताजी के प्रति आस्था व सीरवी समाज का प्यार ने उस संभावना को ही खत्म कर दिया और पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे भारी बारीश मेंं भी दैविय शक्ति के साथ मंदिर दर्शनार्थ पधारी। पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे को मंदिर तक लाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पी.पी. चौधरी, उनकी धर्म पत्नी श्रीमती वीणा पाणि गहलोत व महासचिव भंवर चौधरी किसान केसरी, राजस्थान प्रान्त के महासचिव श्री भंवर सैणचा, मारवाड़ जक्शन के विधायक श्री केसारामजी काग, प्रेमारामजी मुलेवा, पुनारामजी भायल, महासभा के प्रतिनिधि के रुप में साथ थे। इनके अलावा मंदिर नारलाई रावला से जैकलजी मंदिर आते समय इन्द्र भगवान ने भी इस यात्रा में अपनी खुशी जाहिर करते हुए जोरदार बारिश की। किसानो के चेहरे खिल उठे मारवाड़ी की कहावत मेंह व मेंहमान साथ संजोग से ही होते है यानि ऐसा संयोग बहूत कम ही होता है। जब मेंहमानों के साथ बारिश भी हो यह मां आईजी की कृपा से नारलाई में पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के पधारने पर साकार हुआ। राजस्थानी लोगनृत्य गैर व मंदिर प्रत्येक पावड़ियों दोनों मारवाड़ी बेश महिलाएं पुष्पवर्षा कर रही थी। भारी बारिश से मंदिर की सिढियों पर नाले की तरह पानी बहने लगा मानो मेंहमानों के चरण धुलवाकर स्वागत हो रहा हो और पहाड़ों पर से झरने शुरु हो गए मानो वे भी कलकल कर स्वागत गान गा रहे हो बहूत ही आनन्दमय वातावरण बन गया था। ऐसे रमणिक स्थल पर आनन्ददायक माहौल में राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय ने समाज व भाजपा के गणमान्य सज्जनों की उपस्थिति में स्वागत किया। पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे को रात में ही तेज बुखार की वजह से कमजोरी के बावजूद राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान पी पी चौधरी के आग्रह व जैकलजी आई माताजी में आस्था से हिम्मत रखते हुए वसुन्धराजी 190 सिढियां चढ कर माताजी के दर्शन करने उपर पधारी बारिश में भीगने के बावजूद आपके चेहरे पर थकावट की झलक तक नहीं दिखी उन्होने आई माताजी के दर्शन कर अच्छा महसुस किया और भारी बारिश में पहाड़ों से गिरते बहते हुए सुन्दर झरनों का लुफ्त उठाया मंदिर में श्री भंवर महाराज के कर कमलों द्वारा वसुन्धराजी ने मौली बन्धवा प्रसाद ग्रहण किया तथा मंदिर की अदभुत वास्तुशिल्प कला देखकर अभिभुत हुए और भुरीभुरी प्रशंसा की। आपका धैर्य व आस्था अनुकरणीय है जैकलजी आई माताजी मंदिर दर्शनार्थ पधारने पर पुरे भारतवर्ष के सीरवी समाज वसुन्धराजी का कृतज्ञ है। यह सीरवी समाज के लिए बड़े गर्व की बात है कि पहली बार एक ऊंचे राजनितिक औहदे व पूर्व मुख्यमंत्री नारलाई मंदिर पधारी। अखिल भारतीय सीरवी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पी.पी. चौधरी को पूछने पर बताया कि जैकलजी आई माताजी मंदिर को विश्व के पर्यटन नक्शे में परिवर्तित कराने के लिए अखिल भारतीय सीरवी महासभा अपनी तरफ से सभी प्रयास करेगी। समाज के लिए यह एक अच्छा सन्देश रहा कि पाली जिले में सुराज संकल्प यात्रा का स्मणीय पल नारलाई धाम था।