
राष्ट्रीय स्थिर पर समाज की अहम गतिविधियों के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ा
पुणे, अखिल भारतीय सीरवी महासभा की सक्रियता से समाज में राष्ट्रीय गतिविधियों में संतोषजनक गती आयी है । गत दिनों राजस्थान के डायलाना धाम पर राष्ट्रीय अधिवेशन उत्साहवर्धक रहां । सम्मेलन में सर्वासहमती से संघ विधान संशोधन को पारित किया गया ।
पी.पी. चौधरी की अध्यक्षता में महासभा को मज़बूती देने के लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी व साधारण सदस्यों में समन्वय के लिए महासभा का विकेन्द्रकरण कर 33 विभिन्न भागों में बांटा गया व समाज के हर वर्ग को जोड़ने के लिए महासभा को 8 प्रान्तों में विभाजित किया गया । सभी प्रदेश अध्यक्षों ने अपनी जवाबदारी निभाने के लिए 64 अलग अलग परगना का गठन कर कार्यों को बाट दिया है ।
राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष चंदाराम भायल के अनुसार समाज का राष्ट्रीय स्थिर पर सदस्य अभियान ज़ोरदार उत्साह से जारी है । आज सीरवी समाज के लोग देश के लगभग हर कौने में निवास कर रहे सभी लोगों को महासभा आपस में जोड़ने का महत्वकांक्षी कार्य कर रही है । समाज के मेधावी छात्रों का चयन कर उन्हे उन्नत शिक्षा के लिए विभिन्न शिक्षाविद्धों से विशेष मार्गदर्शन की व्यवस्था की जायेगी । सीरवी समाज की देशभर में लगभग 400 अलग अलग संस्थाएं कार्यरत है उन्हे एक धागे में पिरोने का काम महासभा करेंगी ।
राष्ट्रीय सरक्षक जे.के. चौधरी ने बताया कि सीरवी महासभा को डीजीटल करण किया जायेगा । महाराष्ट्र के अध्यक्ष चुन्नीलाल चौधरी के अनुसार राज्य में सभी परगनावों का गठन हो चुका है ।
राष्ट्रीय मीडिया सचिव मंगल सैणचा ने बताया कि सीरवी महासभा से युवाओं को जोड़ने के लिए राष्ट्रीय स्थिर पर अखिल भारतीय सीरवी युवा परिषद नामक संस्था का गठन किया गया है जिससे युवावर्ग को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जायेगा । राजस्थान के पाली शहर से सुरेश चौधरी को युवा परिषद का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है ।