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दीवान हरिदासजी के सामाधिस्थल पर भूमिपूजन संपन्न!!
Posted By : Posted By KAILASH MUKATI VIP MANAWAR on 16 Jun 2013, 21:46:08
दीवान हरिदासजी के सामाधिस्थल पर भूमिपूजन संपन्न!! मनावर। महेष्वर में श्री आईपंथ एवं सिर्वी समाज के दसवे धर्मगुरु दीवान श्री हरिदासजी के समाधिस्थल पर स्मारक जीर्णोद्धार एवं धर्मषाला के निर्माण कार्यो के लिए भूमिपूजन 20 मई 2013 को संपन्न हुआ। वर्तमान धर्मगुरु दीवान श्री माधवसिंहजी ने इस हेतु समाज के वरिष्ठ विचारक श्री देवानन्दजी मुलेवा को अधिकृत किया था। क्षत्रीय सिर्वी समाज दीवान श्री हरिदासजी स्मारक ट्रªस्ट महेष्वर के समस्त पदाधिकारियों एवं उपस्थित सभी समाजजनों ने श्री हरिदासजी स्मारक पर पूजन एवं श्री आईमाता की आरती की। हरिदासजी स्मारक ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस भूमिपूजन कार्यक्रम में अखिल भारतीय सिर्वी महासभा द्वारा भी सक्रिय सहभागिता की गई। जब पूर्ण वैदिक विधि विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ श्री देवानन्दजी मुलेवा(एवं उनकी धर्मपत्नि) के साथ समाजजन भूमिपूजन कर रहे थे, उसी समय दीवान श्री माधवसिंहजी द्वारा दूरभाष पर अपना आषीर्वाद दिया गया। धर्मगुरु दीवान सा. श्री माधवसिंहजी ने कहा कि- अब समय आ गया है .... श्री आईमाता की कृपा से सभी की भावनाएं पूरी होगी। अखिल भारतीय सिर्वी महासभा के म.प्र. प्रांताध्यक्ष श्री मनोहरलाल मुकाती ने अपने उदबोधन में कहा कि-‘‘दीवान श्री हरिदासजी का समाधिस्थल समग्र समाज के लिए श्रृद्धा एवं आस्था का केन्द्र है। यह एक वृह्द प्रकल्प है, जिसकी पूर्णता के लिए संगठित एवं समन्वित प्रयास आवष्यक है। अखिल भारतीय सिर्वी मािसभा की सभी जिला इकाईयां इस कार्य में पूर्ण सहयोग करेगी।’’ सिर्वी महासभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष श्री नारायाणजी पंवार (गुमानपुरा) ने कहा कि दीवान श्री हरिदासजी आईपंथ के वचनसिद्ध दीवान हुए है। उन्होंने नर्मदा किनारे अहिल्याबाई को श्री आईषक्ति का परचा दिया था। उनका स्मारक उपेक्षित रहे यह उचित नही है। हमें मिलजुलकर इसे भव्य रुप प्रदान करना है। महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅ. आर.एस. चैहान (उज्जैन) ने कहा कि प्रकल्प को पूरा करने के लिए पूरे भारत का सिर्वी समाज तन मन धन से सहयोग करने को तत्पर है। अब कार्य को आगे बढ़ाने के लिए समयदानी कार्यकर्ताओं की आवष्यकता है। सिर्वी महासभा इस दिषा में राष्ट्रीय स्तर पर संपर्क सूत्रों को जोड़ने का हर संभव प्रयास करेगी। श्री देवानन्दजी मुलेवा ने कहा कि- उन्होंने जीवन में सदैव श्री आईमाता की प्रेरणा के अनुरुप चलने का प्रयास किया है। इसी प्रेरणा से अब उनका शेष जीवन मां नर्मदा को समर्पित है। नर्मदा किनारे ईष्टदेवी श्री आईमाता के परमभक्त दीवान श्री हरिदासजी के समाधिस्थल को भव्य रुप में देखना उनका अंतिम सपना है। दीवान श्री माधवसिंहजी के निर्देषानुसार आज उनके द्वारा इस स्थान का भूमिपूजन हुआ यह उनके लिए परम सौभाग्य की बात है। कार्यक्रम में श्रीमती नलिनी खेड़ेकर, श्री नरेन्द्र सिर्वी(कुक्षी), हीरालाल देवड़(सिवई), महेन्द्रजी सोलंकी (योग गुरु), श्री हरिहर मोगरे (बागली), श्री पी.के.गुप्ता(महेष्वर), ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वय दीवान हरिदास ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री पृथ्वीसिंहजी सोलंकी, मिडीया प्रभारी श्री कैलाष मुकाती(वी.आई.पी.-मनावर),मोहनजी परिहार (महेष्वर) तथा श्री भगवान जमादारी(कोषाध्यक्ष) द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री गोमाजी सेप्टा(कुक्षी), श्री दिनेष देवड़ा(हरिबड़), श्री भीकाजी सेप्टा(सिवई), कैलाष काग(कुक्षी) बाबुलाल सेप्टा एवं श्री रामलाल पटेल, श्री मोतीलाल चैहान श्री मनीषजी राठौर मनावर, नाथुजी सोलंकी जाजमखे़डी, भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री किषनजी मुकाती व आभार देवेन्द्र जी चैयल द्वारा किया गया। फोटो महेष्वर में भूमी पूजन करते हुए श्री देवानन्दजी मुलेवा।