सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : साभार - दैनिक भास्कर - जोधपुर 
	
	
सोजत सीरवी समाज एवं आईमाता सीरवी नवयुवक मंडल सोजत के तत्वावधान में रविवार को आयोजित माही बीज महोत्सव को लेकर विशेष पूजा अर्चना के साथ ही विभिन्न मांगलिक कार्यक्रमों से समूचा नगर भक्तिरस से सराबोर हो गया। इस अवसर पर निकाली गई आईमाता की शोभयात्रा में जन सैलाब उमड़ पड़ा। सीरवी समाज के चौधरी कानाराम सोलंकी व प्रमुख समाजसेवी ओमप्रकाश बर्फा की अगुवाई व मंदिर के पुजारी मदन वैष्णव की उपस्थिति में हुई विशेष पूजा अर्चना के अवसर पर अतिथियों का नवयुवक मंडल के उपाध्यक्ष माणक सोलंकी, सहसचिव भूराराम व कोषाध्यक्ष राजाराम आदि ने भावभीना स्वागत किया। इस पावन आयोजन के तहत श्री आईमाता मंदिर में विशेष श्रंृगार की झांकी सजाई गई व मंदिर पर आकर्षक रोशनी व सजावट भी की गई। सीरवी समाज की महिलाओं ने मंगल गीत गाए। आयोजन की सफलता में भाणाराम बर्फा, सलाहकार रतन लाल सोलंकी, गणेश राम, लक्ष्मण बर्फा, कानाराम सोलंकी, आदि का सराहनीय सहयोग रहा । 
निमाज कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आई माता माहीबीज का पर्व श्रद्धा से मनाया गया। इस मौके पर सीरवी समाजबंधुओं ने माता की वढेर पर पूजा—अर्चना कर खुशहाली की कामना की। मंदिरों को रोशनी से सजाया गया। इस दौरान समाजसेवी सुकड़ी देवी रोहिवाल ने कहा कि शिक्षा ही जीवन का आधार है। उन्होंने बालिका शिक्षा पर जोर दिया।
बगड़ीनगर क्षेत्र में सीरवी समाज के लोगों ने माही बीज पर्व हर्षोल्लास से मनाया। समाज के लोगों ने बड़ा बास बढेर व टाकणियों के बास बढेर में आई माता की पूजा—अर्चना की।
राणावास  माही बीज पर्व के अवसर पर सीरवी समाज के लोगों ने वडेर में आई माता की पूजा—अर्चना की। इस मौके पर ठाकुरवास, गादाणा, गुड़ासूरसिंह व सिंचाणा में समाज बंधुओं ने पूजा की। इस दौरान ठाकुरवास में एक शाम आई माता के नाम भजन संध्या का आयोजन किया गया। इसमें घीसाराम एण्ड पार्टी ने समुधुर भजनों की प्रस्तुति दी।
चावंडियाकलां कस्बे में रविवार 
को माहीबीज पर्व मनाया गया। इस मौके पर मंदिर में पूजा—अर्चना की गई। 
बिलावास  क्षेत्र में रविवार को माहीबीज का पर्व धार्मिक उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके सीरवी समाज के लोगों ने आराध्य देवी आई माता की विशेष पूजा—अर्चनाकर घर व परिवार की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर कस्बे के आई माता मंदिर में दिनभर विविध धार्मिक आयोजन हुए। इससे पूर्व शनिवार रात भी कई स्थानों पर भजन—कीर्तन हुए। माहीबीज को लेकर आई माता के मंदिरों में विशेष आंगी सजाई गई। 
धार्मिक आयोजनों के बीच दिनभर आई माता के जयकारे गूंजते रहे।
(uploaded by Mangal Senacha.Bangalore, on 19 Jan 2010 at 9.04 AM )