सीरवी समाज - मुख्य समाचार

धर्मगुरू दीवान साहब करेगे अफीम मनुहार आयोजनो का बहिष्कार
Posted By : Posted By कानाराम परिहार कालापीपल on 19 Apr 2013, 12:09:03
’स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन’’ के संकल्प कार्यक्रम धर्मगुरू श्रीमान दीवान साहब के सानिघ्य मे चल रहे ’’नशा मुक्ति एवं समाज सुधार अभियान’’ अन्तर्गत ‘‘स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन’’ अर्थात पहल स्वंय सुधरे, फिर ओैरेा को सुधारे का संकल्प शुभारम्भ कार्यक्रम भारतीय नव वर्ष विक्रम सम्वत 2070 दिनांक 11.04.2013 को राष्ट्रीय समन्वयक के पैतृक निवास बेरा-धोरायत (उचियार्ङा) बिलाड़ा पर श्रीमान दीवान साहब का बधावा पश्चात् प्रातः 9.15 बजे अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान दीवान साहब माधवसिंहजी,अध्यक्षता श्रीमान पी.पी. चौधरी, सीनियर एडवोकेट एवं अध्यक्ष अखिल भारतीय सीरवी महासभा, विशिष्ठ अतिथि श्रीमान पुखराजजी सीरवी पूर्व आईजी पुलिस, श्रीमान गुणारामजी सोंलकी,राष्ट्रीय सचिव महासभा व श्रीमती दुर्गादेवी राठौड़ अध्यक्षा नगरपालिका बिलाडा की उपस्थिति मे सम्पन्न हुआ। सभी अतिथियों ने आयोजन के संबंध में मार्ग दर्शन उद्बोधन देकर उपस्थित सभी को लाभान्वित किया एवं स्व परिवर्तन होने हेतु प्रेरित किया इस कार्यक्रम मे पहला संकल्प पत्र स्वयं श्रीमान दीवान साहब द्वारा भर कर कार्यक्रम मे उपस्थित पंच, कोटवाल सहित गणमान्य महानुभावों को आश्र्चय चकित किया। संकल्प पत्र का सबसे महत्वपूर्ण संकल्पीय बिन्दु विभिन्न प्रकार के आयोजनो मे अफीम मनुहार वाले कार्यक्रमो मे भाग नही लेना है। अतः अफीम मनुहार की जानकारी मिलते ही आयोजित कार्यक्रम का धर्मगुरू श्रीमान दीवान साहब द्वारा दल बल सहित बहिष्कार किया जायेगा । पिछले सात वर्षो से जारी नशा मुक्ति एवं समाज सुधार अभियान मे सबसे पहले मौत मृतक,शादी समारोह व विभिन्न प्रकार के अन्य समारोह मे प्रतिबंधित वस्तु अफीम मनुहार को रोकने का प्रयास प्राथमिकता से जारी है। अब तक किये गये प्रयासो से आंशिक सफलता ही मिल पायी है। अफीम ,तिजारा सहित शराब के सेवन से पीडित परिवार पर अनावश्यक आर्थिक भार बढ जाता है समाज मे व्यक्ति की छवि नशेड़ी के रूप मे बन जाती है तथा स्वास्थ्य मे भी भारी गिरावट आती है। भंयकर अकाल की स्थिति मे नशीली चीजो के सेवन से पीडि़त परिवार आर्थिक तंगी के हालात मे आ गये है एवं लोग अपनी जमीन जायदाद बैचने व व्यापार बन्द करने के कगार पर खड़े होने जा रहे है। ऐसे पीडित परिवारों की दयनीय हालात को सुधारने की आवश्यकता है। अफीम तिजारा सहित शराब के सेवन के बढ़ते प्रचलन पर अंकुश लगे इस हेतु धर्मगुरू श्रीमान दीवान साहब द्वारा पहला संकल्प पत्र भर कर न केवल आयोजको को (जहां दीवान साहब का निमंत्रण होता है) को चेताया कि अगर कार्यक्रम मे अफीम की मनुहार की जाती है तो धर्मगुरू श्रीमान दीवान साहब द्वारा दल बल के साथ कार्यक्रम का बहिष्कार किया जायेगा बल्कि समाज सुधार हेतु कार्यरत विभिन्न सामाजिक संगठनो जैसे नवयुवक मण्डल,परगना नवयुवक मण्डल, परगना समिति, पंच, कोटवाल, जमादारी सहित अन्य गणमान्य महानुभावों को भी ऐसे ही संकल्प पत्र भर कर अफीम तिजारा वाले कार्यक्रमो का बहिष्कार करने हेतु राह दिखाई। धर्मगुरू के द्वारा कार्यक्रम का बहिष्कार करने से अन्य व्यक्ति को भी बहिष्कार करने मे किसी भी प्रकार का सामाजिक भय भी नही रहेगा। जिससे अनावश्यक रूप से फैल रहा अफीम मनुहार का प्रचलन बन्द करने मे धर्मगुरू का पहला संकल्प पत्र समाज के लिये मील का पत्थर साबित होगा। ’’स्व परिवर्तन के सकल्प’’ कार्यक्रम के शुभारम्भ के अवसर पर अभियान के राष्ट्रीय समन्वयक श्री गोपाराम पंवार जो कि पिछले सात वर्षो से तन, मन व धन द्वारा अपने खर्चे से अभियान को समाज हित मे आगे बढा रहे है। इस अवसर पर समन्वयक की माता श्रीमती सिगी देवी व धर्म पत्नी श्रीमती भंवरी देवी दोनो को अभियान मे समन्वयक को अप्रत्यासित एवं लगातार सहयोग देते रहने पर धर्मगुरू श्रीमान दीवान साहब द्वारा अखिल भारतीय सीरवी समाज की ओर से शाल ओढा कर सम्मानित किया गया। ऐसे सम्मानित किया जाने से समाज के अन्य गणमान्य सहित माता-पिता को भी प्रेरणा मिलेगी ताकि वे भी वर्तमान समय मेनिस्वार्थ भाव से सक्रिय कार्यकर्ताओ की कमी से झूझ रहे समाज मे लोगो को समाज सुधार हेतु प्रेरित करेगे, ताकि समाज मे फैली अफीम, तिजारा व शराब सहित सामाजिक कुरीति, मृत्यु भोज-गंगाप्रसादी जैसे खर्चीले आयोजनो को रोकने मे कार्यकर्ता अपनी पूर्ण भूमिका अदा कर सके । ’’स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन’’ के संकल्प कार्यक्रम में ‘‘संकल्प-पत्र’’ मैं श्री आई माताजी को साक्षी रखकर संकल्प करता हैू कि मैं अपने जीवन में अफीम, तिजारा व शराब सहित अन्य नशीली चीजों का सेवन नहीं करूगां। परिवार एवं सगे संबंधियों में इन चीजों के उपयोग को रोकने का पूरा प्रयास करूगां तथा ऐसी प्रतिबंघित नशीली चीजें अफीम-तिजारा का उपयोग लिया जा रहा हो, ऐसे कार्यक्रमों में न तो भाग लूंगा, न ही मनुहार करूगां। मृत्युभोज (मौसर) एवं गंगाप्रसादी एक सामाजिक बुराई है, मैं ऐसे कार्यक्रमों में स्व विवेक से भोज ग्रहण नहीं करूगा। श्री आई माताजी मुझे इस पुनित अभियान में आगे बढने की शक्ति प्रदान करें। इस शुभ पावन अवसर पर संकल्प लेने वाले गणमान्य लोगो की सूची निम्नलिखित है - 1. श्रीमान माधवसिंह, दीवान (आईपंथ के धर्मगुरू), पुत्र दीवान श्री हरिसिंह जी, बढेर बिलाडा। 2. श्री गोपाराम पंवार (राष्ट्रीय समन्वयक) पुत्र श्री उरजाराम जी, बेरा धोरायत, बिलाडा। 3. श्रीमती भंवरी देवी पत्नी श्री गोपाराम जी पंवार, बेरा धोरायत,बिलाडा। 4. श्री प्रेमाराम पंवार (अधिवक्ता) पुत्र श्री रहीगराम जी, बेरा धोरायत, बिलाडा। 5. श्रीमती ओम पंवार पत्नी श्री पे्रमाराम जी पंवार, बेरा धोरायत, बिलाडा। 6. श्री नन्दाराम मुलेवा (अध्यक्ष, प.स.बिलाडा) पुत्र श्री पुरखाराम जी, बिलाडा। 7. श्री किशन लाल भाखराणी (पंच) पुत्र श्री घीसाराम जी, बिलाडा। 8. श्री शेराराम राठौड (सेवानिवृत प्र.अ.) पुत्र श्री जोराराम जी, बिलाडा। 9. श्री पुनाराम चोयल (पूर्व पाषर्द) पुत्र श्री पुराराम जी, बिलाडा। 10. श्री बगदा राम पंवार पुत्र श्री धर्माराम जी, पंवारों की ढीमड़ी, बिलाडा। 11. श्री ओमप्रकाश पंवार (कांस्टेबल) पुत्र श्री बगदाराम जी, बिलाडा। 12. श्री किशनाराम पंवार (अध्यापक) पुत्र श्री बगदाराम जी, बिलाडा। 13. श्री भंवर लाल जी कांग (सी.आई. पूलिस) पुत्र श्री हीरा राम जी, जोधपुर। 14. डॉ. देवेन्द्र कांग (चिकित्सा अधिकारी) पुत्र श्री चोलाराम जी, बागावास, पाली। 15. श्री बाबूलाल आगलेचा (दीवानजी सचिव) पुत्र श्री अणदाराम जी, अटबडा, पाली। 16. श्रीमती सुआदेवी पंवार पत्नी श्री हनुमान राम पंवार, बेरा धोरायत, बिलाडा। 17. श्रीमती कमला पंवार पत्नी श्री दौलाराम जी पंवार, बेरा धोरायत, बिलाडा। 18. श्रीमती भंवरी देवी पत्नी श्री चन्द्राराम जी पंवार, बेरा धोरायत, बिलाडा। 19. श्रीमती सुनिता कांग पत्नी श्री विजय जी, (कनिष्ठ अभियन्ता), धारिया, पाली। 20. श्री मोहन प्रकाश चोयल पुत्र श्री हेमालाल जी चोयल,(चौधरी प्रिण्टर्स) जोधपुर। 21. श्री राजेश भाकराणी (टेकनोस्टिस) पुत्र श्री चतुरा राम जी भाकराणी, बिलाडा।