सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 05 Jul 2012, 11:15:07

पाली। मानसून की बेरूखी से किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। बारिश के मौसम में आसमान से आग बरस रही है। दोपहर में छाए बादल भी लोगों को राहत देने में नाकाम साबित हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि समय रहते बारिश नहीं आई तो उनकी खरीफ की फसल की उपज कम होगी।
काश्ताकार भगाराम पटेल ने बताया कि अभी तक बारिश नहीं आने से जिले में शुरूआती बुवाई पर असर पड़ा है। उनका कहना है कि समय पर बारिश नहीं आई तो फसल की उपज पर भी असर पड़ेगा। वहीं कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि समय पर बारिश आ गई तो बुवाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। खरीफ की फसल जुलाई माह में उगाई जा सकती है।
कपास की ही हुई बुवाई
कृषि विभाग के अनुसार अब तक जिले में सिर्फ कपास की बुवाई हुई है। पानी नहीं होने से अन्य फसलों की बुवाई नहीं हो सकी है। जिले के आंकड़ों पर गौर करें तो अभी तक जिले में करीब 5 हजार 900 हैक्टेयर में ही कपास की बुवाई हुई है। वो भी ऎसे स्थानों पर जहां सिंचाई की व्यवस्था है। जबकि कृषि विभाग का लक्ष्य इस बार 5 लाख 51 हजार का है। जिसमें खरीफ की फसल ज्वार, बाजरा, अरण्डी, तिल, कपास, ग्वार, मूंग और मौठ आदि की बुवाई करनी है। पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डाले तो पिछले वर्ष पूरे सीजन में करीब 5 लाख 60 हजार हैक्टेयर में बुवाई हुई।
इन्होंने कहा
बारिश नहीं होने से अभी सिर्फ कपास की ही बुवाई हुई है। कपास भी ऎसे क्षेत्रों में ही उगाई गई है जहां पानी है। वैसे जुलाई माह में खरीफ की बुवाई हो सकती है।
आर.के.जारौली, उपनिदेशक कृषि
बारिश के लिए किया हवन
हेमावास गांव में राजीव गांधी युवा मंडल के कार्यकर्ताओं ने बारिश की कामना व लोगों की खुशहाली के लिए यज्ञ किया। राजीव गांधी युवा मंडल, हेमावास के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह ने बताया कि भटीयाणी माता के मंदिर में हवन कर मां से बारिश की कामना की गई। हवन के दौरान चेनदास, प्रकाश खारवाल, कंुदन आदि कई कार्यकर्ताओं सहित ग्रामीण उपस्थित थे।