सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 30 May 2012, 18:45:31
बैंगलोर,( मंगल सैणचा ) इस बार आखातीज के आसपास मैं मारवाड़ गया था, हर बार से इस बार नजारा कुछ अलग था, बालविवाह से अधिक "छुपकुविवाह" ज्यादा थे, "छुपकुविवाह" यानि प्रशासन से डर कर विवाह मूहुर्त से दो-तीन दिन पहले छुपके अनजान जगह पर विवाह की रसम पूरी करना। मझे की बात तो यह है कि "छुपकुविवाह" अधिकतर महानगरों से आये लोगों के थे। आप प्रशासन से डर कर यह हरकत कर सकते है तो आप के विवेक से बालविवाह की मनाई ही क्यों नहीं कर देते ? वैसे बच्चे बड़े होने पर 40 प्रतिशत यह विवाह तलाक में बदल जायेंगे । आप बेंगलोर, चैन्नाई, हैदराबाद, पुणे,मुम्बई, सूरत जैसे शहरों में व्यापारी व सेठ गिने जाते है एसी में चलना व हवाईजाहजों में उड़ना सीख लिया है तो अपना विवेक भी काम में लेना सीख जाये तो शायद ठीक रहेंगा । फिर आप की मर्जी प्रशासन का डण्डा तो आगे भी चलता रहेगा । मगर समय, पैसा व इज्जत आप की है जैसा चाहे वैसे बचा सकते है।