सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 25 Apr 2012, 20:20:32
बिलाड़ा।,आखातीज के अबूझ सावों पर क्षेत्र में शादियों की धूम रही। जगह-जगह शामियाने लगे, दूसरे गांवों-कस्बों एवं शहरों से बड़ी संख्या में बाराते यहां आई और यहां की लड़किया दुल्हने बनकर अपने पिया के साथ नए जीवन के सफर पर रवाना हुई। यहां क्षेत्र में एकम से ही सावे प्रारम्भ हो गए है और आखातीज के दिन तो दिन में भी फेरे हुए। पूरे वातावरण में आज भई-भई केसरियों हजारी गुल रो फूल, चम्पे री मीठी डाल ओ जीÓ जैसे गीतों की स्वर लहरियां सूनाई देती रही।
आखातीज के इस सावे पर बड़ी संख्या में इलाके की लड़कियों के हाथ पीले हुए वहीं यहां के बहुत से नवयुवक आस-पास के गांवों में बारात लेकर गए और अपनी दुल्हने लेकर लौट रहे है। इलाके में कई घोड़ी पर दुल्हा सवार था तो बहुत से ग्रामीण दुल्हे ट्रेक्टर ट्रोलियों में ही बारात लेकर निकल पड़े और शादी कर लौटे। गांवों में सामुदायिक भवनों को पहले से ही बुक कर लिया गया था। बिलाड़ा मुख्यालय पर भी कहीं हॉल, समाजों के भवनों में विवाहों की रेलमपेल देखी गई। मंगलवार को बाराते निकली तो अलग ही माहौल था। एक साथ बहुत से विवाह होने के कारण भोजन से संबंधित सामान और दूध भी मुश्किल से मिल रहा था। मंगलवार को एक साथ इतनी बाराते चढ़ी की दुल्हों के लिए घोडिय़ा कम पड़ गई। एक-एक घोड़ी ने कई-कई दुल्हों को दुल्हने के द्वार तक पहुंचाया।
धरती माता का किया पूजन।
आखातीज के अवसर पर किसानों ने खरीफ की नई फसल के लिए सपत्निक धरती माता का पूजन किया। बेलों तथा ट्रेक्टर के रोली बांधी गई, किसान एवं चालक के कूं-कूं तिलक लगाकर अच्छे वर्ष की कामना की गई। घरों में लापसी एवं खीच के साथ मीठी राब बनाई गई।
प्रेषक - श्री ओमसिंहजी राजपुरोहित, मो. नं. 09414412826