सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 11 Apr 2012, 16:52:55

सीरवी समाज का नशा मुक्ति एवं समाज सुधार अभियान
(कुरीतियॉं एवं रूढ़ीवादी परम्पराओं के अधीन होना कायरता है, और विरोध करना पुरुषार्थ है। - राष्ट्रपिता महात्मा गांधी)
प्रेषित,
श्रीमान जिला कलक्टर, महोदय
जिला पाली।
विषय:- अफीम (ब्लेक गोल्ड) से सम्बन्धित नशे के बढते प्रचलन को रूकवाने बाबत ।
महोदय,
उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि जिले में अफीम (ब्लेक गोल्ड) नशा प्रचलन की परम्परा अधिकांश गांवों में आज भी बनी हुई है। शादी-समारोह, मौत-मृतक, त्यौहार हो या कोई अच्छा दिन, अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खुले आम सेवन करते हुए आसानी से देखा जा सकता है। ऐसे अवसरों की भनक लगते ही तस्कर/केरीयर चोरी छुपे आयोजकों को प्रतिबंधित वस्तुओं (अफीम, डोडा-पोस्त) उपलब्ध करवा देते हैं तथा चोरी छुपे प्राप्त इन वस्तुओं का खुले आम सेवन ऐसे करते हैं जैसे इन चीजों का सेवन करने का उन्हें हक हो या कानून से स्वीकृति प्राप्त की हुई हो। ऐसी प्रतिबंधित चीजों का, चाहे गरीब हो या अमीर, सरकारी मुलाजिम हो या जन प्रतिनिधी उन्हें कहीं-कहीं पर सामाजिक परम्पराओं के नाम पर सेवन करवाना बाध्यकारी हो जाता है। प्रतिबंधित नशीली वस्तुओं से सम्बन्धित कानून का डर नहीं होने से समाज में सख्त कानून को लेकर गलत संदेश लोगो को पहुंच रहा है। जिसके कारण युवा पीढी भी नशे की तरफ बढती जा रही है गरीब और गरीब होता जा रहा है। इसका कुप्रभाव समाज में विशेषकर महिलाओं एवं बच्चों पर पड़ता है एवं इनके विकास एवं शिक्षा पर भी बुरा असर पडता है।
अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिबंधित वस्तु अफीम/तिजारा का सेवन मुख्यतः मृत्यु से सम्बन्धित शोक सभा में बड़े पैमाने पर होता है। इन बैठको में तम्बाकू से सम्बन्धित वस्तुओं का भी बडी मात्रा में सेवन किया जाता है। अतः राजस्थान मृत्यु भोज निवारण अधिनियम 1960 की पालना करवा कर भी सामुहिक रूप से नशीली वस्तुओं के सेवन को रोका जा सकता है।
आगामी दिनों में अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर आखातीज पर्व के आस पास आयोजित शादी समारोहों में फिर बडे पैमाने पर अफीम/तिजारा का खुले आम सेवन होने की पूरी-पूरी सम्भावना है। इसके सेवन को राजस्थान अफीम धूम्रपान प्रतिषेध अधिनियम 1950 के तहत विशेष अभियान चलाकर रोका जाकर आम जन को राहत पहुंचाई जा सकती है।
समाज सुधार एंव कुरितीयों को मिटाने के लिए आगामी दिनों में उक्त दोनों अधिनियमों के तहत विशेष अभियान चलाकर बडे पैमाने पर लोगो को नशे एवं कुरितीयों से मुक्त करवाने हेतु जनहित में विनम्र निवेदन है।
भवदीय
गोपाराम चौधरी ( Aen ZP)
(समन्वयकः-सीरवी समाज का नशामुम्ति एवं समाज सुधार अभियान)
पताः- 206, राजीव नगर, बासनी 1st फेज, जोधपुर- 342005
मो.नं. 09929717343