सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 21 Feb 2012, 16:49:15
सीकर.रेल बजट अगले माह पेश होने वाला है। अर्से से ऐसे कई बजट आए और चले भी गए। फिर भी शेखावाटी में ब्रॉडगेज पटरी पर नहीं चढ़ पाई। उम्मीद हर बार लगाई। आमजन ने प्रयास किए। अभियान चलाए। जनप्रतिनिधियों के आश्वासनों में भी आए। इतना ही नहीं क्षेत्र का केंद्र सरकार में प्रतिनिधित्व भी रहा लेकिन हर बार जनता के साथ छलावा।
कभी कुछ पेच तो कभी कुछ दिक्कत। वर्ष 2007 में शेखावाटी में ब्रॉडगेज के लिए करीब पौने सात सौ करोड़ के बजट का आकलन किया गया। अब तक सरकार के तंग हाथों से टुकड़ों टुकड़ों में केवल 180 करोड़ रुपए ही यहां तक पहुंच पाए।
पांच साल पहले के सरकारी आकलन की ही बात करें तो करीब 500 करोड़ रुपए हों तो बात बनें। हालांकि महंगाई ने अब इस 500 करोड़ के आकलन को 600 करोड़ तक पहुंचाया दिया। कहने का मतलब ये है कि यदि हमारे जनप्रतिनिधि बजट में 600 करोड़ रुपए मंजूर करवा पाएं तो ही हमारी ब्रॉडगेज पटरी पर चल सकती है।
पिछली बार ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट के लिए महज 150 करोड़ रुपए ही मिल पाए थे। इससे एक ही फेज (सीकर से लुहारु) में प्रोजेक्ट का काम शुरू हो सका। बजट को लेकर ज्यादा उम्मीदें इसलिए भी हैं कि रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी शेखावाटी से लगाव रखते हैं।
शेखावाटी के ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट में फिलहाल सीकर से लुहारु के बीच अर्थ वर्क व सिविल वर्क का काम चल रहा है। काम को गति देने के लिए पर्याप्त बजट की दरकार है। 2007 से चर्चा में आए ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट पर 2010 के बजट से पैसा मिलना शुरू हुआ। 2010 में 30 करोड़, 2011 में 150 करोड़ रुपए मिले। पर्याप्त बजट नहीं मिलने से ब्रॉडगेज का काम तेजी से नहीं हो सका।
शेखावाटी का ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट
वर्ष 2007 के बजट भाषण में जयपुर- रींगस -चूरू व सीकर-लोहारू रूट पर 320 किमी बड़ी रेल लाइन बिछाने के काम को मंजूरी मिली थी। इसमें पिछले बजट में सीकर-चूरू मार्ग 90 किमी के लिए 150 करोड़ रुपए दिए गए। जबकि कामकाज सीकर लुहारु के बीच शुरू किया गया।
फिलहाल यह स्थिति
ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट के लिए सीकर से लुहारु मार्ग को तीन फेज में बांट कर काम किया जा रहा है। इसमें चिड़ावा, बावठड़ी व नूवा में अर्थ वर्क का काम चल रहा है। वहीं नवलगढ़ और मुकंदगढ़ में स्टेशन बिल्डिंग का काम 80 फीसदी तक हो चुका है। अन्य पांच स्टेशनों पर काम चल रहा है। वहीं बड़े ब्रिज और लिंकिंग (लाइन बदलना) के टेंडर हो चुके हैं।
75 फीसदी सामान मिलेगा तब बंद होगा ट्रैक
विभागीय अधिकारियों के अनुसार सीकर से लुहारु मार्ग के बीच रहे ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट में बेलास्ट व स्लीपर की सप्लाई धीमी हो रही है। फिलहाल सीकर लुहारु के बीच लगने वाले इस सामान में से 40 फीसदी की सप्लाई हुई है। 75 फीसदी मेटेरियल आने पर ट्रैक को बंद किया जाएगा। संभवतया अगस्त तक ट्रैक को बंद किया जाएगा।
बजट में शेखावाटी को यह चाहिए
*जयपुर-रींगस-चूरू व सीकर-लोहारू रूट पर बड़ी रेल लाइन के लिए पर्याप्त पैसा मिले।
*हनुमानगढ़ से गंगानगर रूट पर बड़ी रेल लाइन के लिए पैसा मिले। इस रूट पर मीटर गेज लाइन बंद कर दी गई है। पैसा मिलने से बड़ी रेल लाइन डालने का काम शुरू होगा। लुहारु होते हुए शेखावाटी इससे जुड़ेगा।
*जोधपुर दिल्ली के लिए गाड़ी बढ़ाई जाए। सीकर से लुहारु तक ब्रॉडगेज होने के बाद शेखावाटी इससे जुड़ जाएगा। यह रूट दिल्ली से रेवाड़ी, लुहारु, सादुलपुर, चूरू, रतनगढ़, डेगाना होते हुए जोधपुर जाता है।
*सरदारशहर से हनुमानगढ़, सीकर से नीमकाथाना वाया उदयपुरवाटी व सादुलपुर से तारानगर के लिए रेल लाइन सर्वे की घोषणा की जाए।
*सीकर से नोखा वाया सालासर- सुजानगढ़ रेल लाइन का सर्वे पूरा, पैसा मिले तो काम आगे बढ़े।
*रींगस से डीडवाना वाया खाटू लोसल रेल लाइन के लिए पैसा चाहिए। इस रूट का सर्वे हो चुका।