सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 13 Feb 2012, 12:25:01

जोधपुर. भंवरी मामले की जांच में जुटी सीबीआई को अभी तक पूरी कामयाबी नहीं मिली है लेकिन उसके खिलाफ विरोध के सुर उठने लगे हैं। भंवरी केस में आरोपी मदेरणा और विश्‍नोई परिवार के खिलाफ सीबीआई जांच के तरीकों से नाराज विश्‍नोई समाज ने राष्‍ट्रपति भवन और पीएम आवास घेरने की चेतावनी दी है।
अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के संरक्षक और हिसार के सांसद कुलदीप विश्नोई ने कांग्रेस पर सीबीआई का विश्नोई समाज के खिलाफ दुरुपयोग करने के आरोप लगाए। रविवार को गोशाला मैदान में आयोजित महारैली को संबोधित करते हुए सांसद विश्‍नोई ने कहा कि राजस्थान में पिछले कुछ महीनों से भंवरी मामले की जांच के नाम पर जो कुछ चल रहा है, वह सब कुछ एक सुनियोजित साजिश है। उन्‍होंने कहा, ‘इतिहास गवाह है कि जब भी केंद्र और राज्यों में कांग्रेस की सरकारें रहीं हैं, तब विरोधी नेताओं और जाति विशेष को खत्म करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल होता रहा है।’
विश्नोई ने कहा कि ऐसे अनेक मामले हैं जिनमें कांग्रेस ने केंद्र में रहते हुए अपने फायदे के लिए सीबीआई का इस्तेमाल किया है। यही साजिश राजस्थान में परसराम मदेरणा और रामसिंह विश्नोई के परिवार को तबाह करने के लिए रची गई है। जांच के नाम पर इन परिवारों की महिलाओं व बच्चों पर अत्याचार कर कानून का उल्लंघन किया जा रहा है और केंद्र व राज्य सरकार चुप बैठी है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा है। संभवत: दो-चार दिन में समय मिल जाएगा, तब उनके समक्ष विरोध दर्ज कराते हुए सीबीआई की निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी। जरूरत पड़ी तो प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भवन का घेराव भी किया जाएगा। सांसद विश्नोई ने कहा कि केंद्र में सरकार बनाने के लिए मायावती का समर्थन लेना था तो कांग्रेस ने उन्हें ताज कॉरिडोर मामले में फंसा दिया। मुलायम सिंह के खिलाफ जांच का भय दिखा कर उनका भी समर्थन हासिल किया।
माहौल देख रही थी सीबीआई
जिस वक्त गोशाला मैदान में महारैली हो रही थी, सीबीआई अधिकारी पूरे दिन सर्किट हाउस में ही बैठ कर चार्जशीट की तैयारियां करते रहे, इंद्रा की तलाश अथवा उसकी संपत्ति कुर्की की कार्रवाई को आगे नहीं बढ़ाया। महारैली खत्म होने पर सीबीआई अफसरों ने अन्य कर्मचारियों से फीडबैक लिया और राष्ट्रपति के नाम तैयार किए गए ज्ञापन की कॉपी भी मंगवा कर पढ़ी।
साभार - दैनिक भास्कर