सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 09 Feb 2012, 11:13:53

पाली,जाते जाते माघ माह में मौसम के अचानक करवट बदलने से जिलेभर के किसानों को खासा नुकसान पहुंचा है। शीतलहर की चपेट में आने से खेतों में खड़ी कई फसलें झुलस गई हैं, जिससे किसान वर्ग खासा चिंतित हैं।
इस मौसम का यह दूसरा मौका है जब शीतलहर के कारण फसलों को नुकसान हुआ। इससे पहले भी जनवरी के दूसरे सप्ताह में सर्दी तेज होने से खेतों में खड़ी फसलें जल गई थीं। मंगलवार की रात पाला गिरने की बात कहते हुए किसानों ने बताया कि पिछले दो दिनों से जिले भर में सर्द हवा का अचानक बढ़ गया है, जिलेभर में सब्जियों को खासा नुकसान पहुंचा है। उनका कहना है कि जो सब्जियां दो दिन पहले खेतों में लहलहा रही थीं, उनके पौधे जल गए हैं। सबसे अधिक नुकसान सब्जी को हुआ है, खेतों में खड़ी टिंडे, टमाटर, मिर्ची व लौकी के पौधे जलकर नष्ट हो गए हैं। पाले ने गेहूं, अरंडी, जीरे व सरसों की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि इस कारण अरंडी, जीरा, सरसों व चना की पैदावार पर काफी प्रभाव पड़ेगा। किसानों का कहना है कि दो दिन पहले टमाटर, लौकी, टिंडे की सब्जियां तोड़ी थी, लेकिन अब अचानक उनमें रोग लग गया है। उनके पौधे जलकर नष्ट हो गए हैं। किसान हुकमाराम ने बताया कि खेतों में खड़ी 50 प्रतिशत से अधिक सब्जियां नष्ट हो गई हैं, विभाग के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर इसका आकलन कर किसानों को राहत दिलानी चाहिए।