सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 24 Jan 2012, 12:34:21
पाली महोत्सव, मीट में लगभग पांच हजार करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव मिले
पाली,करोड़ों के निवेश से पाली के चहुमुंखी औद्योगिक विकास के लिए आयोजित इन्वेस्टर मीट सवाल जवाब सेशन में तब्दील हो गई। विभागीय उपलब्धियों के आंकड़ों के साथ ही यह मीट समस्या समाधान का मंच सा बन गया। फिर भी उत्साह और भविष्य के विकास की आस साफ झलकती दिखाई दी। इन्वेस्टर मीट जिन प्रवासी बंधुओं के लिए रखी गई थी उनकी उपस्थिति तो मीट में लगभग नहीं रही, लेकिन स्थानीय स्तर पर निवेश की जो घोषणाएं हुईं वे काबिले तारीफ थी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस मीट में लगभग पांच हजार करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं।
निवेश जो हुआ : पूनायता रोड 141 करोड़, उम्मेद मिल 125 करोड़, पीजी फॉइल्स 50 करोड़, सिद्धि विनायक सिनला 100 करोड़, केआरएन एलॉय रायपुर 5 करोड़, वरुण इंडस्ट्रीज रोहट 15 करोड़, शिव एग्रीको फालना 12 करोड़, किंगस अबोड रणकपुर 15 करोड़, माना होटल रणकपुर 15 करोड़, ए वन एग्रो प्रोडक्ट डेढ़ करोड़, किरण ग्लोबल सिलिकेट सवा करोड़, अनामिका एग्रो एक करोड़, ब्राइट इंडस्ट्रीज बेडकला 60 लाख, अंबिका ग्रेनाइट व महालक्ष्मी 40 लाख, एग्रो प्रोडक्ट्स जैतारण 60 लाख, श्रीनाथ इंडस्ट्रीयल फ्लोर मिल डेढ़ करोड़, एनएन प्रोडक्ट्स ढाई करोड़, सुगालचंद ट्रस्ट 15 करोड़, आईसोन ग्रुप 10 करोड़, अशोक खत्री सुमेरपुर 12 करोड़, रियल एस्टेट 100 करोड़।
"राजस्थान में पाली एकमात्र जिला है जो नियमित सार्थक निवेश मीट का आयोजन करवा रहा है। निवेश एकदम नहीं होगा, यह सतत प्रक्रिया है। इसका परिणाम आपको आने वाले समय में मिलेगा। मैं सहयोग के लिए हाथ बढ़ा रहा हूं। इस बढ़े हुए हाथ को आगे बढ़ाना आपकी जिम्मेदारी है।" - नीरज कुमार पवन, कलेक्टर
"सरकार ने जिले में उद्योग की संभावनाओं की नब्ज पहचान ली है। वे समझ गए है कि यदि उद्यमियों का पलायन हुआ तो विकास ठप हो जाएगा। छाते के लिए जरूरी कच्चा माल व बाजार दोनों जिले से बाहर है फिर भी उद्यमी अपने बूते यह कर रहे हैं। जवाई से पानी व भूखंड में सहयोग तो मिलना चाहिए।" - विमल भाई राणावत, फालना
"पाली में निवेश की प्रचूर संभावनाओं को देखते हुए अब स्थिति यह है कि इंडस्ट्रीज के लिए जगह भी नसीब नहीं हो पा रही है। भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सुमेरपुर, रायपुर व सोजत में नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाने चाहिए। उद्यमियों के समस्या निराकरण के लिए इंडस्ट्रीयल इंवेस्टमेंट प्रोमोशन सेल बनना चाहिए।" - संपत राज भंडारी, उद्यमी
"हिमाचल व उत्तराखंड की तर्ज पर यहां भी उद्योग में टैक्स संरचना व्यवस्थित होनी चाहिए। सोजत में मेहंदी उद्योग के विकास के लिए भूखंड आबंटन में अपेक्षित सहयोग चाहिए। आंवला पाउडर निर्माण व इसके व्यवसाय को नियंत्रित रूप से ही सही मगर करवाने में सहयोग मिले।" - मोहनलाल, अध्यक्ष, मेहंदी व्यापार संघ
साभार - दैनिक भास्कर