सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 23 Jan 2012, 12:36:50
बिलाड़ा. राजस्थान पुलिस की अंतरराट्रीय मडीया जगत में जमकर फजीहत हो रही पहले भंवरी कांड फिर जयपुर साहित्य सम्मेलन को लेकर बीबीसी व अन्य मीडिया जगत राजस्थान पुलिस की कार्यशैली पर जमकर खबरे प्रकाशीत की जा रही है।
गत सप्ताह स्वयं पुलिस महानिदेशक हरीशचन्द्र मीणा ने माना कि राजस्थान पुलिस में आईपीएस के करीब बीस पद खाली है तथा अन्य पदों के लिए नई भर्ती नहीं हो रही है। उन्होंने राज्य में तुलात्मक अपराध तथा अन्य कई मुद्दों के पूछे गए सवालों के जवाब पत्रकारों को नहीं दिए। उन्होंने पुलिस की तारीफ के पुल बांध दिए। भंवरी प्रकरण तथा बिलाड़ा के तिहरे हत्याकाण्ड में सराहनीय कार्य करने पर पुलिस की पीठ थपथपाने आए डीजीपी मीणा से पत्रकारों ने जब यह पूछा कि जोधपुर कमिश्नरेट सहित कई जगह नियुक्ति नहीं की जा रही है। इस पर उन्होंने कहा कि आईपीएस व अन्य स्तर के पद रिक्त है। यहां तक कि नई एसआई की भर्ती भी नहीं हुई है। इसके चलते थाना स्तर पर जांच जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति तथा अपराध के ग्राफ के बारे में पूछा तो वे सवाल ही टाल गए और कहा कि अगली बार इसका जवाब देंगे।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार के तीन वर्षीय कार्यकाल को पूर्णत: विफल बताते हुए कहा कि कानून व्यवस्था के मामले में सारे रिकॉर्ड टूट गए है। खुद मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में जेलर की हत्या, शराब दु:खान्तिका, प्रसूताओं की मृत्यु, बिलाड़ा में तिहरा हत्याकाण्ड प्रदेश के हालात बया कर रहे हैं।
बिलाड़ा क्षैत्र में वाहनों की चोरियां खुल नहीं रही है गत वर्ष 13 जनवरी 2011 को विरमराम सीरवी की जीप चोरी हुयी थी आज तक पकड़ी नहीं गयी है उसके ठीक एक वर्ष बाद मंगलारम राठोड़ के बेरे पर भी 13 जनवरी 2012 को टवेरा चोरी हुयी व तिहरा हत्याकांड हुवा । आक्रोष व आंदोलन के बाद 41 लोगों पर मुकदमे लगा कर लोगों में खुब डर फैलाया व भोलेभाले ग्रामिण लोगों में यह पुलिस की रणनीति थी । मगर यह चाल यह सब जगह नहीं चल पायेगी बिलाड़ा हत्याकांड पर राजस्थान पत्रिका ने तो यह तक लिखा "बगल में छोरा, गांव मे ढिंढोरा" जिस दिन बिलाड़ा में जन आंक्रोष भड़क रहा था व पुलिस अधिकारी 7 दिन की मोहलत मांग रहे थे जबकि बिलाड़ा से 30 किमी. दुर ही निमाज में एक आरोपी घेवरराम कुमावत गिरफतार था ।
उत्तर भारत के एक बड़े समाचार पत्र अमर उजाला ने लिखा कि "राजस्थान पुलिस ने झूठ बोला: रश्दी" ऐसे ही शिर्षकों से देश- विदेश के मीडिया भरे पड़े है ।