सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 17 Jan 2012, 21:14:29
समाज सुधारकों की पहल काम नहीं आई
बिलाड़ा,क्षेत्र में स्मेक के शौकियों की संख्या निरन्तर बढ़ती जा रही है तथा अपना शोक पूरा करने के लिए लुटपाट एवं नकबजनियां जैसी वारदातें भी करते आए है और दादा-दादी एवं पोती की हुई हत्या के आरोप में गिरफ्तार सलीम पठान भी स्मेकियां ही है। पुलिस ने अगर समय रहते स्मेकियों के विरूद्ध कार्यवाही कर ली होती तो क्षेत्र में इतना बड़ा हत्याकांड़ जैसा मामला नहीं हो पाता।
24 दिसम्बर की रात कस्बे के रेहवासी डॉ सीएस आसेरी के घर मध्यरात्रि मरीज के रूप में प्रवेश कर उनके यहां से लुट करने के इरादे से गए तीन नवयुवकों को जब कुछ हाथ नहीं लगा तो उन्होने डॉ. पर प्राणघातक हमला कर दिया और भाग छुटे। इस घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया होता और स्मेकियों से कड़ी पुछताछ की होती तो कईवारदातें खुल सकती थी।
इस घटना को कस्बे के कईलोगों ने गंभीरता से लिया तथा अपने स्तर पर स्मेकियों की एक सूची एवं उनके मोबाईल नम्बर लिखी हुई कस्बा चौकी प्रभारी एवं पुलिस उप अधिक्षक राजेश बेनिवाल को सोंपी, इन्हीं समाज सुधारकों एवं पार्षद कैलाशदान चारण तथा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश मंत्री युनूस मोहम्मद ने स्मेक का शोक छोड़ चुके एक नवयुवक को पुलिस से मिलवाया तथा वह फिर से फर्जी ग्राहक बनकर स्मेक खरीदने के लिए तैयार हुआ जिसका मकसद था कि स्मेक बैचने वाला चौड़े आए।
यह सब कार्यवाही पुलिस के साथ मिलकर अंजाम देने के लिए तैयारी भी कर ली, उक्त युवक ने स्मेक का ग्राहक बनकर बैचने वाले को फोन कर स्मेक की दो पुडिय़ा खरीदने के लिए आने का कह कर नई सडक़ स्थित उस ठिकाने पर पहुंचा उसी समय पुलिस की गाड़ी से एक वर्दीधारी जवान सडक़ पर आ गया जिसे देखते ही स्मेक की पुडिय़ा लेकर आ रहे युवक ने वर्दीधारी को देखते ही पतली गली में प्रवेश कर गया तथा आंखों से ओझल हो गया।
पुलिस की इस कार्यवाही पर इन जागरूक लोगों को भी संसय हुआ लेकिन वे इस पुलिस कार्यवाही को लेकर कुछ नहीं कह पाये और मन मसोस कर रह गए। लेकिन अब तब ये घटना घटी तो इन जागरूक लोगों ने ये सारी जानकारी स्थानीय पत्रकारों को बताई। उन्होने ये भी बताया कि जिन स्मेकियों की सूची पुलिस को सोंपी उसमें सलीम पठान का भी नाम शामिल था।
प्रेषक - ओमसिंहजी राजपुरोहित