सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 16 Jan 2012, 08:21:56

बिलाड़ा/जोधपुर। बिलाड़ा कस्बे में बाग की ढाणी के समीप नया बेरा में हुई लूट तथा वृद्ध दम्पती व उनकी पोती के हत्यारों का सुराग रविवार को दूसरे दिन भी नहीं लगने से गुस्साए लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने जोधपुर-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 112 तीन घंटे बाधित रखा। दूसरे दिन भी कस्बे में बाजार बंद रहे। स्थिति नियंत्रण करने आए पुलिस जाप्ते व क्षेत्रवासियों में जमकर लाठी-भाटा जंग हुई। जिसमें बिलाड़ा के पुलिस उपाधीक्षक राजेश बेनीवाल सहित करीब दो दर्जन पुलिसकर्मी तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण घायल हो गए।
लोगों का आक्रोश देख पुलिस ने भागकर जान बचाई। पुलिस को आंसू गैस के गोले, रबड़ की गोलियां तथा लाठियां चलानी पड़ी, लेकिन देर शाम तक स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। ग्रामीणों ने हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया। रबड़ की गोली लगने से संदीप पटेल (8) घायल हो गया। घटनाक्रम के दौरान पत्रकारों को कवरेज से भी रोकने की कोशिश की गई। शवों का अंतिम संस्कार नहीं हो सका है।
बाल पकड़ महिला धकेली बेकसूर पर भांजी लाठियां
जाम के दौरान कुछ महिलाओं ने पुलिस की तरफ इशारा करते हुए नारेबाजी की। जिसे देख एक पुलिसकर्मी ने महिला के बाल पकड़ दूर धकेल दिया। आक्रोशित लोगों ने पुलिस की गुमटी को पलट दिया। पुलिस ने लाठी और भीड़ ने पथराव किया। पथराव देख पुलिस को भागना पड़ा। पुलिसकर्मियों ने बस स्टैण्ड पर बेकसूर महिलाओं भी लाठियां भांजी। गली में छुपी वृद्ध महिलाओं को भी पीटा। कई महिलाओं को पकड़कर जीपों में भरकर थाने ले गए।सीएम का संदेश भी बेअसर
मामले का पता चलने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक अर्जुनलाल गर्ग से बात कर समझाइश करने तथा शवों का अंतिम संस्कार करवाने का आग्रह किया। गर्ग ने मुख्यमंत्री से मृतक के परिजनों को दस-दस लाख रूपए का मुआवजा देने की मांग की।
गृह विभाग विफल-राजे
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बिलाड़ा हत्याकाण्ड की निंदा की और इसे गृह विभाग की विफलता करार दिया। कहा कि मृतकों के परिजनों को राहत देने की बजाय पुलिस पत्रकारों पर हमले कर रही है। गृह विभाग गहलोत के संभालने के बाद अपराध और बढ़े व अराजकता का माहौल पैदा हुआ है।
साभार - पत्रिका