सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 10 Jan 2012, 10:15:46
(राजस्थान सरकार ने फिर नाक कटाई। गत चार महिने से अखबार-टीवी से लेकर गली-चौरौह-चौबारे-चबुतरों तक केवल भंवरी का भंवर.... अब यह प्रवासी भारतीय सम्मेलन में मंत्रियों की लड़खड़ती जुबान... यदि राजस्थान के नेता व नीति सही होती तो इतनी बड़ी संख्या में लोग पलायन नही करते । आज भी गुजरात सहित देश के दक्षिणी राज्यों में लाखों मारवाड़ी सफल जिदंगी जी रहे है मगर राजस्थान में वे सब अब "बाहरी शेठिया" के नाम से नाते के शिकार हो रहे है ।- मंगल सैणचा )
जयपुर। प्रवासी भारतीय सम्मेलन का समापन तो सोमवार को हो गया, मगर सात समुंदर पार के निवेशकों को लुभाने की इस जंग में मेजबान राजस्थान की ही किरकिरी हो गई। राज्य सरकार की सारी तैयारियों पर पर्यटन विभाग की लापरवाही ने पानी फेर दिया।
विभाग की प्रमुख सचिव पावरपाइंट प्रेजेंटेशन तक नहीं कर पाई। उधर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के विकास को भारत के विकास से जोड़ कर बेहद आक्रामक ढंग से गुजरात की उपलब्घियों का बखान कर गए। राज्यों के सत्र में जहां मोदी स्वयं प्रवासियों से मिले और वहीं राजस्थान के सत्र में कमान मंत्रियों के हाथ रही।
गुजरात आइए आपको सब कुछ मिलेगा
मुख्यमंत्रियों वाले सत्र में मोदी सबसे अंत में बोले लेकिन जम कर बोले। प्रवासियों ने उनकी चुटकियों और राजनीतिक टिप्पणियों से भरपूर भाषण को तन्मयता से सुना और सराहा। इसके बाद राज्य के सत्र में भी प्रवासियों ने शिकायतों के बजाय मोदी को सुझाव ही दिए। मोदी ने उन्हें कहा कि वे गुजरात में सिर्फ तीन दिन बिताएं, उसके बाद निवेश की सोचें।
मोदी ने गिनाई ये उपलब्घियां
कृषि, सड़क, पानी, परिवहन के सभी रिकॉर्ड राजस्थान में पुराने हो चुके हैं।
सौर ऊर्जा उत्पादन में गुजरात विश्व की राजधानी बन गया है। हर गांव में ब्रॉडबैंड है, बिजली कभी जाती नहीं।
दुनिया के कई देशों की कम्पनियां गुजरात में निवेश कर रही हैं।
गुजरात की चालू वार्षिक योजना एक लाख दस हजार करोड़ की है।
गुजरात में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या दोगुनी हो चुकी है।
आपको जल्दी है तो चले जाइए...
राजस्थान सत्र के दौरान मंत्रियों का भाषण लम्बा होने लगा तो प्रवासियों ने नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के बोलने के दौरान टोकाटाकी की। इस पर धारीवाल बोले कि मैं अपनी बात पूरी कहूंगा, आपको जल्दी है तो चले जाइए। इस पर तीन-चार प्रवासी बाहर आ गए।
पहले फजीहत, फिर मंत्रियों ने मांगी माफी
राजस्थान के सत्र में पर्यटन विभाग, पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन तक नहीं दे पाया। प्रेजेंटेशन न दे पाने और रविवार रात सिसोदिया रानी बाग में हुई असुविधाओं के लिए पर्यटन मंत्री बीना काक तथा प्रमुख पर्यटन सचिव ऊषा शर्मा ने प्रवासियों से माफी मांगी। काक ने जब ऊषा शर्मा को बुलाया तो शर्मा ने पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन तैयार नहीं होने के लिए माफी मांगी।
उनका कहना था कि अल्प सूचना के कारण वे इसे तैयार नहीं कर पाई। जब उन्होंने सीधा बोलना शुरू किया तो कुछ देर बाद ही प्रवासियों ने टोकाटाकी शुरू कर दी। कुछ लोगों का कहना था कि एक तो पावर प्रजेन्टेशन नहीं और ऊपर से वे समय ज्यादा ले रही हैं। ज्यादा टोकाटाकी होने पर ऊषा शर्मा बैठ गई।
...और मंत्रियों को घेरा
राष्ट्रपति की अगवानी के लिए हवाईअड्डे पर जाने की वजह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सत्र में नहीं पहुंच पाए। उनकी गैरमौजूदगी में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, उद्योग मंत्री पारीक, डीपीआर मंत्री डा.सिंह तथा उच्चाधिकारी वहां मौजूद थे। कई मेहमानों ने सिसोदिया रानी के बाग में हुई परेशानी की शिकायतें की। इस पर काक ने यह कहते हुए क्षमा मांगी।
हमने यूं की लुभाने की कोशिश
ऎसी इकाइयों को गैस आपूर्ति के लिए अलवर जिले के गिलोट तक पाइप लाइन बिछाई जा रही है।
ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बड़ी कम्पनियां आ रही हैं, हब बनने की तैयारी
दक्ष कामगार, इंजीनियर, तकनीशियन उपलब्ध
उच्च शिक्षण संस्थानों की भरमार
185 शहरों का मास्टर प्लान बनेगा, 52 का अब तक बन गया ।
साभार - पत्रिका