सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : (साभार-- राजस्थान पत्रिका, पाली )



पाली। सरकारी स्कूलों में लम्बे समय से जमे अधिशेष शिक्षक को अब नया "ठिकाना" मिलेगा। अब उन्हें ऎसे स्कूलों में भेजा गया है, जहां शिक्षकों के इंतजार में आए दिन पढ़ाई में व्यवधान आता था। प्रारम्भिक व माध्यमिक शिक्षा के ऎसे 722 शिक्षकों को अधिशेष माना गया है। सरकारी स्कूलों में लम्बे से समय से समानीकरण प्रक्रिया की मांग उठती रही हैैं। इस बार समानीकरण प्रक्रिया को पूरी तरह अंजाम दिया जा रहा है।

शिक्षा विभाग ने अधिशेष शिक्षकों की सूची तैयार कर ली है। उन स्कूलों की सूची तैयार की जा चुकी है, जहां शिक्षकों की कमी है। दोनों सूचियां मंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक व माध्यमिक) के कार्यालय में चस्पा कर दी गई है। अधिशेष शिक्षकों को पांच स्कूलों के विकल्प दिए गए हैं। शिक्षक आवेदन पत्र दे रहे हैं। समानीकरण के तहत पचास बच्चों पर एक शिक्षक लगाया जाएगा। प्राथमिक स्कूल में कम से कम दो तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में तीन शिक्षक व प्रधानाध्यापक नियुक्त किए जाएंगे। प्राथमिक विद्यालय में सौ विद्यार्थियों पर दो शिक्षक नियुक्त होंगे।

प्रारम्भिक शिक्षा
670 शिक्षक अधिशेष हैं। इसके अलावा प्रारम्भिक शिक्षा में 670 शिक्षकों के पद रिक्त है। ये रिक्त पद नवक्रमोन्नत व ग्रामीण स्कूलों में है। अकेल पाली शहर में 77 शिक्षक अधिशेष है। इन शिक्षकों से विकल्प पत्र मांगे गए हैं।

माध्यमिक शिक्षा
माध्यमिक शिक्षा में 52 शिक्षक अधिशेष हैं। इनमें पाली शहर के 11 व ग्रामीण इलाके के 41 शिक्षक हैं। समस्त अधिशेष शिक्षकों में से 31 वरिष्ठ अध्यापक तथा 20 सामान्य अध्यापक हैं।

दिन भर लगी रही भीड़
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में मंगलवार को शिक्षकों की भीड़ रही। प्रारम्भिक में शिक्षकों की संख्या अधिक होने से सुबह दस बजे से उनके आने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर बारह से दो बजे तक शिक्षकों की अच्छी-खासी भीड़ हो गई। माध्यमिक शिक्षा विभाग कार्यालय में दोपहर बाद सूची चस्पा की गई। यहां भी शिक्षक सूची देखने आते रहे।
(upload by Mangal Senacha at , 26 nov 2009 .11.05AM)..