सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 01 Nov 2011, 21:19:05
नई दिल्ली। मजबूत लोकपाल बिल की लड़ाई लड़ रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को शीतकालीन सत्र में लोकबाल बिल लाने का वादा याद दिलाते बिल पेश नहीं किए जाने पर फिर अनशन पर जाने की धमकी दी है। अन्ना ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर कहा है अगर संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में मजबूत लोकपाल बिल पेश नहीं किया गया तो वे दोबार अनशन पर चले जाएंगे।
प्रधानमंत्री के साथ सोनिया गांधी और कानून मंत्री सलमान खुर्शीद को पत्र में कहा गया है कि पत्र में संसद के शीतकालीन सत्र में मजबूत लोकपाल बिल पेश नहीं करने पर दोबारा अनशन और आंदोलन की धमकी दी गई है। आंदोलन के दौरान वे पांच चुनावी राज्यों का दौरा करेंगे। उनकी पार्टी और सरकार के लोग उलट-पुलट बातें कर संदेह पैदा कर रहे हैं। इधर, सरकार ने अन्ना के खत पर कहा है कि अन्ना बार-बार धमकी क्यूं दे रहे हैं।
अन्ना को दान में मिले तीन करोड़ रूपए
जनलोकपाल बिल को लेकर सड़क पर उतरे अन्ना के आंदोलन को तीन करोड़ रूपए का दान मिला। अन्ना के आंदोलन को जंतर-मंतर पर अनशन के दौरान 29454776 रूपये का चंदा मिला। जंतर-मंतर के अनशन के बाद से चार लाख से ज्यादा बड़ी रकम किसी से नहीं मिली है। टीम अन्ना ने पिछड़े डेढ़ माह से चंदा लेना बंद कर दिया है और पूर्व में मिले चंदे का जमा-खर्च का हिसाब तैयार कर लिया गया है। टीम अन्ना मंगलवार को इसे सार्वजनिक करने जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक आंदोलन के दौरान 29454776 रूपये लोगों ने भेजे। छह माह के दौरान इनमें से कुल 1.57 करोड़ खर्च हुआ है। सबसे ज्यादा 52 लाख रूपए जनसभाओं पर खर्च हुए। मोबाइल सेवा पर पर 45.5 लाख रूपये खर्च हुए। टीम अन्ना को मिली रकम में से 1.16 करोड़ रामलीला मैदान में एक सप्ताह तक चले अन्ना के अनशन के दौरान ही मिल गए। यहां कुल 25.5 हजार रसीदें जारी की गई। इनमें एक हजार रूपये से कम का सहयोग करने वाले 23 हजार से ज्यादा लोग थे। इनमें 400 लोग हैं जिन्होंने दस हजार से ऊपर की रकम का सहयोग किया। एक अप्रैल से 30 सितंबर तक मिली इस रकम में से 42.5 लाख इसलिए लौटाए जा रहे हैं, क्योंकि यह रकम लोगों ने अपने खातों से ऑनलाइन भेज दी थी। इसमें भेजने वालों का पूरा ब्योरा नहीं मिल रहा।
साभार - पत्रिका