सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 31 Oct 2011, 10:24:00
पाली,जिले में पेयजल व सिंचाई के लिए क्षमता से अधिक भूजल जल दोहन से भूजल स्तर गिरता जा रहा है। इसके परिणाम स्वरूप पानी की क्वालिटी में भी गिरावट आ रही है। पिछले दो वर्षों में अच्छी बारिश के बाद भूजल स्तर में सुधार तो हुआ, लेकिन दोहन के कारण क्वालिटी में सुधार नहीं हुआ है। जिले की दस पंचायत समितियों में १२६३०.८४ वर्ग किलोमीटर भूजल क्षेत्र में से १०२५१.२५ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र ही पानी की क्वालिटी और मात्रा के लिहाज से बेहतर है। शेष 2379.59 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के भूजल की क्वालिटी खराब होने के साथ मात्रा भी कम है। जो पानी उपलब्ध है उसकी क्वालिटी भी लगातार दोहन से बिगड़ती जा रही है।
यह है तहसीलों की स्थिति : भूजल के मामले में सुमेरपुर की स्थिति बेहतर है। वहां कुल 959.73 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में से 944.88 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का पानी पेयजल व खेती के लिए उपयुक्त है। बाली में भूजल क्षेत्र १७३९.८० वर्ग किलोमीटर में से 943.75 वर्ग किलोमीटर, देसूरी में ८१५.४० भूजल क्षेत्र में से 265.31, जैतारण में भूजल क्षेत्र 1376.25 में से 1245.96, मारवाड़ जंक्शन में भूजल क्षेत्र 1403.07 में से १२५२.८८, पाली में भूजल क्षेत्र 1387.03 में से १२७९.९१, रायपुर में भूजल क्षेत्र 1082.22 में से ६५६.२५, रानी में भूजल क्षेत्र 782.04 में से ७३९.०६, रोहट में भूजल क्षेत्र 1407.75 में से १३७७.९० तथा सोजत में भूजल क्षेत्र 1677.55 में से १५४५.३५ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के पानी की क्वालिटी बेहतर है। इन क्षेत्रों में पानी की मात्रा भी ठीक है।