सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 14 Oct 2011, 12:10:52

( सीरवी समाज का इस घटना ले कोई सम्बध तो नही हैं मगर इस प्रकरण का पुलिस थाना बिलाड़ा है और वहां के थाना अधिकारी श्री भंवरलाल जी सीरवी है )
बोरुंदा व बिलाड़ा पहुंची सीबीआई टीम, पुलिस क्लोजर लगाए तो हो आरोपियों से अनुसंधान
जोधपुर, सीबीआई ने भंवरी देवी अपहरण मामले की नए सिरे से छानबीन करते हुए गुरुवार को बोरुंदा में उसके पति अमरचंद से पूछताछ की। बाद में सीबीआई ने इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों से अनुसंधान की इजाजत लेने के लिए बिलाड़ा एसीजेएम कोर्ट में अर्जी लगाई। पुलिस की एफआईआर में क्लोजर नहीं लगने के कारण सीबीआई को इसकी इजाजत नहीं मिली।
सीबीआई के एसपी राजेश राठी के नेतृत्व में बुधवार को जोधपुर पहुंची टीम ने भंवरी अपहरण का केस टेकओवर कर लिया था। प्रकरण हस्तांतरण करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद गुरुवार सुबह से ही ब्यूरो टीम ने अनुसंधान आरंभ कर दिया। सुबह जल्दी ही ब्यूरो टीम बोरुंदा स्थित भंवरी देवी के घर पहुंच गई। वहां भंवरी के पति अमरचंद से पूरी घटना के संबंध में पूछताछ की। अमरचंद ने कथित सीडी को लेकर अपहरण की आशंका जताते हुए केबिनेट मंत्री के विरुद्ध पेश किए गए इस्तगासे की भी जानकारी दी। ब्यूरो टीम ने यहां से भंवरी के फोटोग्राफ लिए और परिजनों से बातचीत कर बिलाड़ा चली गई।
क्लोजर के पेंच में उलझी सीबीआई
बिलाड़ा पहुंचने के बाद सीबीआई टीम ने पुलिस अधिकारियों से इस प्रकरण पर चर्चा की तथा शहाबुद्दीन की उस बोलेरो को भी देखा जिसमें भंवरी को अगवा किया गया था। बाद में ब्यूरो टीम बिलाड़ा एसीजेएम कोर्ट पहुंची और न्यायिक हिरासत में चल रहे ठेकेदार सोहनलाल व बलदेव से अनुसंधान की इजाजत मांगी। सीबीआई ने केस टेकओवर करने की रिपोर्ट तथा नोटिफिकेशन की कॉपी पेश की। कोर्ट ने कहा कि जब तक पुलिस की एफआईआर में क्लोजर नहीं लग जाता, तब तक यह अनुमति नहीं मिल सकती। यह क्लोजर जांच अधिकारी टाक को लगाना है, मगर वे गुरुवार को बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में थे। आईजी उमेश मिश्रा के अनुसार अब यह क्लोजर शुक्रवार तक लग जाएगा।
फाइल सीबीआई कोर्ट में ट्रांसफर होगी
किसी भी अपराध की एफआईआर एक ही हो सकती है। जांच एजेंसी भी एक होती है और कोर्ट भी एक ही होता है। बुधवार को सीबीआई ने भले ही यह केस टेकओवर कर लिया, मगर बिलाड़ा थाने की एफआईआर में क्लोजर नहीं लगी इसलिए यह केस अब भी बिलाड़ा कोर्ट में स्टैंड करता है। क्लोजर लगने पर बिलाड़ा कोर्ट के आदेश से इस प्रकरण की फाइल और सीबीआई की एफआईआर सीबीआई कोर्ट में चली जाएगी। फिर आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट तथा रिमांड पर लेने की प्रक्रिया सीबीआई कोर्ट से ही होगी।
स्थानीय सीबीआई ब्रांच ऑफिस से दूरी
दिल्ली से आई सीबीआई टीम ने गुरुवार तक स्थानीय सीबीआई के ब्रांच ऑफिस से दूरी बनाए रखी है। सर्किट हाउस में ठहरे अफसरों ने कैंप ऑफिस, वाहन, सुरक्षा व आवास की मांग राज्य सरकार से ही की है। प्रशासन व पुलिस ने वाहन, सुरक्षा व आवास का इंतजाम कर दिया है, कैंप ऑफिस के लिए ग्रामीण पुलिस लाइन का परिसर भी दिखा दिया है।
साभार - दैनिक भास्कर