सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 13 Oct 2011, 11:02:30

सिंघाना में इतिहासिक कवि सम्मेलन सम्पन्न
सिंघाना, तहसील मनावर, जिला धार , (M.P. ) "न जाने कैसी जमाने की सोच हो गई, बेटी आज क्यूँ सिर का बोझ हो गई, बेटे के लिए मन्नाते माँगते हो, बेटी की गर्भ में हत्या कराते हो।" ये पंक्तियाँ यहाँमंगलवार रात नवदुर्गा महोत्सव समिति के संस्थापक सदस्य स्व. सुखचंद कुशवाह (मोटा भाई) व स्व. भूरेलाल मुकाती की स्मृति में आयोजित कवि सम्मेलन में कवि बलवंत बल्लू केसरिया (राजस्थान) ने प्रस्तुत की।
मुख्य अतिथि राज्यमंत्री रंजना बघेल और विशेष अतिथि जपं प्रतिनिधि तुलसीबाई बरफा थीं। अध्यक्षता सरपंच लक्ष्मी बरफा ने की। प्रारंभ में शाबिया असर (भोपाल) ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। पश्चात रवींद्र जॉनी ने हास्य-व्यंग्य पेश किया। संचालक कवि अशोक नागर (शाजापुर), वेदव्रत वाजपेई (लखनऊ), मुकेश मुवेल (इंदौर), धर्मेन्द्र सोनी (कोटा), अतुल ज्वाला (इंदौर), प्रेरणा ठाकरे (चित्तौड़) ने कविताएँ सुनाईं। समिति अध्यक्ष भगवान मुकाती, सचिव गोविंद बरफा, संयोजक लोकेंद्रसिंह सेंगर, रमेश परिहार, अशोक राठौर, उपसरपंच संदीप अग्रवाल कमल मुकाती आदि ने अतिथियों व कवियों का स्वागत किया।
सीरवी समाज के कर्तव्यशील समाजसेवी दिवंगत स्वर्गीय सीरवी श्री भूरेलालजी मुकाती ( परिहार ) भूतपूर्व जनपद सदस्य की स्मृति में मंगलवार ११ अक्टूबर, २०११ को नवदुर्गा महोत्सव समिति द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्मलेन का आयोजन खेल परिषर मैदान में श्रोताओं को खूब हँसाया। कवि सम्मेलन में लखनउ स पधारे कवि वेदव्रत वाजपेयी ने अपनी देश भक्ति की कविताओं से विशाल जन समूह को "माँ का मस्तक उँचा रहता बेटों के बलिदानों से" तथा नकशा नया बनाना होगा फिर से हिन्दुस्तान का....... सुनाकर भारत माता की जय के नारों से वातावरण को राष्ट्रमय कर दिया । केसरयाजी से पधारे बलवन्त बल्लू ने श्रोताओं को खूब हँसाया माँ की ममता क्या बाजार से खरीद लाओगे रचना पढ़ी कोटा के धर्मेन्द्र सोनी ने सब को लोट पोट कर दिया। कवियत्रि प्रेरणा ठाकरे ने श्रंगार तथा वीर रस की रचना से समां बांध दिया। कवि सम्मेलन के सूत्रधार कवि मुकेश मोलवा ( मुलेवा ) ने शत्रु ललकारता है तो भवानी याद आती है। सरहदें मांगती हैं लहू तो जवानी याद आती है पढ़ कर युवाओं को आन्दोलित कर दिया। इन्दौर के अतुल ज्वाला ने गघे का चुनाव लड़वाना रचना पढ़ी तो खूब दाद मिली।
बीकानेर के रविन्द्र चारण ने शुरूआत में रचना पढ़ी तथा सरस्वती वंदना भोपाल की साबिहा असद ने की । कवि सम्मेलन का सफल संचालन कर श्रोताओं को सुबह तक बांधे रखने का काम शाजापुर के पं. अशोक नागर ने बखूबी किया क्षेत्र के श्रोताओं को एक अरसे बाद एक शानदार कवि सम्मेलन सुनने को मिला कवि सम्मेलन की मुख्य अतिथि राज्य मंत्री रंजना बघेल थी तथा अतिथियों का स्वागत रमेश परिहार, लाकेन्द्र सिंह जी, अशोक राठोड़ ने किया तथा आभार समिति के अध्यक्ष भगवान मुकाती ने माना। - नई दुनिया व कवि मुकेश मोलवा ( मुलेवा ) mukeshmolwa@gmail.com, 09893421103