सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 11 Oct 2011, 10:04:43

पिछले चार माह से पानी बहने से प्राकृतिक नजारे का हर कोई लुत्फ उठाना चाहता है
बेड़ा, पश्चिम राजस्थान के सबसे बड़े पेयजल स्रोत जवाई बांध की सहायक बेड़ा जवाई नदी में पिछले करीब चार माह से लगातार पानी बहने से इसका सौंदर्य निखार पर है। इसके आसपास प्राकृतिक नजारे का हर कोई इधर से गुजरने वाला लुत्फ उठाना चाहता है, जिससे यहां दिनभर पर्यटकों की आवाजाही लगी रहती है।
बहते खूबसूरत झरने : कस्बे से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर बाली-पिंडवाड़ा रोड के समीप बहने वाली जवाई नदी इन दिनों यहां से गुजरने वालों के लिए आक र्षण का केंद्र बनी हुई है। नदी के बीच में पानी को रोकने के लिए बनाए गए बेसफ्लो से बहता झरना इस रोड से गुजरने वाले वाहन चालक , टूरिस्ट, यात्री सहित हर किसी को आकर्षित करता है, जिसे रूककर देखे बगैर शायद ही कोई आगे बढ़ता है। इससे नदी पर दिनभर लोगों की भीड़ जमा रहती है।
40 किमी की दूरी से आते हैं लोग : जवाई नदी के इस खूबसूरत नजारे को देखने के लिए फालना, बाली, पिंडवाड़ा, नाणा, सुमेरपुर, शिवगंज सहित आसपास के 40 किलोमीटर की दूरी से लोग बस, जीप, कार एवं मोटरसाइकिलों से बेड़ा नदी पहुंचते हैं। ग्रुप या परिवार के साथ पिकनिक बनाने को यह अच्छी जगह साबित हो रहा है। झरने के पास बच्चे, युवक, महिलाओं सभी स्नान करने का लुत्फ उठाते हुए नजर आते हैं। नदी के चारों ओर प्राकृतिक रूप से आई पहाडिय़ां भी यहां आने वालों को सम्मोहित करती हैं, जिसके नजारे को वे कैमरे में कैद करने से नहीं चूकते हैं।
पानी की आवक जारी : क्षेत्रभर में अच्छी बरसात होने के साथ ही सेई बांध के आउटलेट से बेड़ा जवाई नदी होते हुए जवाई बांध में मंथर गति से पानी की आवक जारी है। सेई बांध के आउटलेट से पानी बहकर भीमाणा, नाणा, भंदर, कोठार, बेड़ा क ी जवाई नदी होकर पानी बांध में जाता है। यह नदी करीब चार माह से लगातार बह रही है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बारिश अच्छी होने से नदी के करीबन जनवरी माह तक और बहने का अनुमान है।
साभार - दैनिक भास्कर