सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 08 Oct 2011, 12:15:06
बड़वानी। शासकीय अधिकारी शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक से नहीं कर रहे हैं इसलिए किसान आज रोड पर आया है। किसान ने हल रोक दिया तो दुनिया का कल रूक जाएगा। भगवान का काम किसान कर रहा है। किसान के साथ धोखा करना भगवान के साथ धोखा करना है। अगर देश का कोई उद्धारक है तो वह किसान है। किसानों को हर तरह से छला जा रहा है। मंडी प्रांगण में शनिवार को आयोजित किसान संघ के बैनर तले आयोजित आयोजित किसान महासभा में उक्त उद्बोधन भारतीय किसान संघ के मालवा प्रांत संगठन मंत्री महेश चौधरी ने दिए।
किसान महासभा के बाद किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। इसके पूर्व जिले के सैकड़ों किसान अंजड़ नाका से रैली के रूप में निकले व नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए मंडी में पहुंचे। रैली में किसान नारे लागते हुए चल रहे थे। जिले के सैकड़ों किसान एक जुट होकर जिला मुख्यालय पहुंचे और मांगों को लेकर रोड पर उतर गए।
गांव संपन्न होंगे तो देश संपन्न
मंडी में आयोजत कार्यक्रम में किसान संघ के प्रदेश महमंत्री दिनेश पाटीदार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को लागत मूल्य के आधार पर फसल की कीमत मिलनी चाहिए। फसलों की लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य होना चाहिए। आज किसान किसी भी कार्यालय में चला जाए दोषी उसे ही माना जाता है।
उन्होंने कहा कि किसानों की यह पंचायत सम्मान व स्वाभिमान के लिए लगी है, धन के लिए नहीं। जमीन हमारी होेने के बाद भी किसानों को अपनी जमीन के लिए प्रमाण देना पड़ता है। पटवारी से नकल लेनी पड़ती है। किसानों की फसलें आती है तो निर्यात पर रोक लगा दी जाती है, क्योकि उस समय कंपनियों के पास स्टॉक नहीं रहता है। कंपनियों के पास स्टॉक हो तो निर्यात खोल दिया जाता है। पानी के बोतल बनाने के लिए कोई कारखाना खोलें तो उसे पूरी सुविधाएं मिलती हैं। किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने जाए तो उसे क्यों सुविधा नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि देश के गांव संपन्न होंगे तो देश संपन्न होगा।
किसान बना श्रम की मशीन
जिला संगठन मंत्री गोपाल भाई ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में किसान श्रम की मशीन बनकर रह गया है। देश आजाद होने के बाद भी किसान गुलाम बना हुआ है। किसानों की समस्या को प्रमुखता से क्यों नहीं उठाया जाता है। बिजली खाद व पानी के लिए किसान दर-दर भटकता है। किसानों की उपेक्षा हो रही है। जिन्हें ये नहीं मालूम की गेहूं की बालियां कहा लगती हैं वे हमारी उपज का मूल्य निर्घारण करते हैं। सभा को जिलाध्यक्ष मदन मुलेवा, उपाध्यक्ष नाना चौधरी, संगठन मंत्री कमल पाटीदार ने भी संबोधित किया।
मांगों को लेकर ज्ञापन
मंडी में किसानों ने सभा के बाद अपनी प्रमुख मांगों को लेकर एसडीएम मीना मिश्रा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मुख्य रूप से अतिवृष्टि से नष्ट हुई फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने, खराब पडे ट्रांसफार्मरों को सुधरवाने व बिजली प्रदाय 18 घंटे करने की मांग की। साथ ही किसानों ने मंाग की है कि नकली खाद बीज के कारोबार पर नकेल कसी जाए। मुख्यमंत्री योजना अनुसार 10 एकड़ से अधिक भूमि वाले प्रत्येक किसान को 3 लाख दिए जाएं व फसल की बाध्यता हटाई जाए। अंजड़ मंडी में हरी मिर्च क्रय के आदेश को अमल में लाया जाए।
साभार - पत्रिका