सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 31 Aug 2010, 11:15:38
चेन्नई। अगर आप चेन्नई से बेंगलूरू महज दो घंटे में पहुंच जाएं तो हैरत होगी ना! चेन्नई-बेंगलूरू-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर की परियोजना जिस दिन साकार हो गई उस दिन संभवत: यह मुमकिन हो जाएगा। परियोजना के तहत बुलैट टे्रन चलाए जाने तथा रेल-सड़क मार्ग को निर्बाध व तीव्र बनाने के प्रस्ताव में यही सपना है।
यहां मंगलवार को भारतीय उद्योग परिसंघ के दक्षिण परिक्षेत्र द्वारा क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण में आर्थिक कॉरिडोर की भूमिका विषयक कॉन्फ्रेंस में तमिलनाडु के उद्योग सचिव डॉ. सुंदरदेवन ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि समय की बचत के साथ श्रेष्ठ सार्वजनिक परिवहन सेवा और विभिन्न शहरों के बीच लिंकिंग के सिद्धांत पर यह परियोजना दक्षिणी क्षेत्रों के एकीकृत औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करेगी। इसकी विस्तृत परियोजना तैयार की जा रही है। इसके अलावा चेन्नई-रानीपेट कॉरिडोर की प्राथमिक रिपोर्ट तैयार कर ली गईहै और मदुरै-तिरूनेलवेली-चेन्नई कॉरिडोर के बारे में अध्ययन जारी है।
कर्नाटक के बेंगलूरू एयरपोर्ट रेललिंक लिमिटेड के परियोजना निदेशक सी. जयरामन ने कहा कि चेन्नई-बेंगलूरू-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर महत्वाकांक्षी परियोजना है। यह संबंधित राज्यों के औद्योगिक विकास को गति देगी। इस परियोजना से शहरी व ग्रामीण इलाकों में संबद्धता बढ़ेगी। परियोजना के मार्ग में आने वाले क्षेत्रों मे शहरीकरण व अर्द्ध-शहरीकरण प्रक्रिया तेज होने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही उनके जीवनस्तर में भी सुधार होगा।
एकीकृत रूप से बिजली, पानी, सड़क व बुनियादी ढांचे तथा तीव्र परिवहन सेवा मिलने से औद्योगिक विकास तीव्रतर होगा। उन्होंने बताया कि हुबली-अंकोला लाइन लिंकिंग कार्य पूरा होने पर इस मार्ग में आने वाले क्षेत्रों का विकास सामाजिक, आर्थिक व औद्योगिक तीनों दृष्टि से होगा।
कर्नाटक के निजी-सार्वजनिक प्रकोष्ठ के निदेशक लोकनाथ ने कहा कि चेन्नई-एर्णाकुलम-बेंगलूरू रेल कॉरिडोर प्रस्तावित है। कर्नाटक सरकार ने राज्य के औद्योगिक विकास को रफ्तार देने के लिए विजन पत्रक 2020 तैयार किया है।
परिसंघ के दक्षिण क्षेत्र के अध्यक्ष टीटी अशोक ने प्रस्तावित चेन्नई-बेंगलूरू-मुंबई कॉरिडोर की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा, डीएमआईसी की तरह दक्षिण के चारों राज्यों में तीव्र रेल व सड़क परिवहन के साथ विश्वस्तरीय आधारभूत ढांचायुक्त औद्योगिक कॉरिडोर के विकास के लिए तेजी से कार्यकिया जाना चाहिए।
कॉन्फ्रेंस में परिसंघ की तमिलनाडु राज्य परिषद के अध्यक्ष एनके रंगनाथ, रिसर्च एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स फॉर डवलपिंग कन्ट्रीज के फेलो डॉ. प्रबीर डे, अर्नेस्ट एंड यंग के एसोसिएट डायरेक्टर प्रशांत गुप्ता, टोयटा किर्लोस्कर के उपाध्यक्ष के. श्रीकांत, महिंद्रा कंसल्टिंग इंजीनियर्स के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. सुरेश तथा एलएंडटी-ईसीसी की उप महाप्रबंधक डॉ. ईस्थर मालिनी विक्टर आदि ने विचार व्यक्त किए।
साभार - पत्रिका डॉट कॉम