सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 20 Aug 2010, 05:03:39
बाबरा। बांगड़ गांव (ब्यावर) से रास के बीच रेलवे टे्रक निर्माण के मामले में रेलवे को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने मुआवजा राशि तथा भूमि अवाप्ति का नोटिस नहीं देने का आरोप लगाते हुए मोहराकलां ग्राम पंचायत के प्रतापगढ़ गांव में चल रहा भूमि समतलीकरण का काम रूकवा दिया है। ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देकर मुआवजा राशि दिलाने की मांग की है।
बांगड़ गांव से रास तक करीब 145 करोड़ रूपए की लागत का रेलवे टे्रक बिछाना प्रस्तावित है। यह टे्रक सुमेल क्षेत्र के भूराजी बाडिया (रावणिया), रामपुरा, सुमेल व प्रतापगढ़ क्षेत्र के प्रतापगढ़, मोहरा, बाबरा पंचायत क्षेत्र के रामगढ़, झालामण्ड व देवगढ़ सहित विभिन्न गांवों से होकर गुजरेगा। इन गांवों के लोगों का कहना है कि उनकी खातेदारी भूमि पर रेलवे ने काम शुरू किया है, जबकि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं है।
इन्होंने कहा
मामले की जांच करवाई जा रही है। मैं मौका भी देख आई हूं। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी खातेदारी भूमि पर रेलवे ने काम शुरू कर दिया है। इस बारे में राजस्व अधिकारियों से चर्चा कर मामले का निपटारा किया जाएगा। यदि ग्रामीणों की खातेदारी भूमि में काम चल रहा है तो इस संबंध में रेलवे को अवगत कराया जाएगा और कानूनन आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। किसानों का कोई अहित नहीं होने देंगे।
सुनीता चौधरी, उपखण्ड अधिकारी, जैतारण
साभार - पत्रिका