सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 19 Aug 2010, 10:47:43
जोधपुर। इंजीनियरिंग की सीटें इस बार फिर कॉलेजों के लिए सिरदर्द बनने लगी हैं। बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन की ओर से गत 19 मई को आयोजित राजस्थान प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (आरपीईटी) की काउंसलिंग पूर्ण होने के बाद भी मैनेजमेंट को छोड़कर करीब 17 हजार सीटें खाली रह गई हैं।
इस बार आरपीईटी में 70 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। गत जून माह में इसका परिणाम घोषित करने के बाद काउंसलिंग के माध्यम से 125 कॉलेजों की करीब 54 हजार सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जानी थी। लेकिन निर्धारित तिथि तक केवल 24 हजार अभ्यर्थियों ने ही ऑप्शन भरा था। वरीयता के आधार पर 23 हजार 65 अभ्यर्थियों को कॉलेज आबंटित किए गए। इन अभ्यर्थियों को 17 अगस्त तक संबंधित कॉलेज में रिपोर्ट करनी थी।
निर्धारित तिथि तक रिपोर्टिग प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब भी प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 17 हजार से ज्यादा सीटें खाली रह गई हैं। अब बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन अपवर्ड मूवमेंट की प्रक्रिया शुरू करेगा। जिसके बाद काउंसलिंग पूर्ण होने की सूचना राज्य सरकार को भेजी जाएगी। राज्य सरकार से स्वीकृति मिलती है तो ये कॉलेज अपने स्तर पर रिक्त सीटों पर प्रवेश दे सकेंगे।
अभ्यर्थियों से सहमति मांगी
रिक्त रही सीटों पर अपवर्ड मूवमेंट की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसके लिए ऑप्शन फार्म भरने वाले अभ्यर्थियों से सहमति मांगी गई है। सहमति प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 25 अगस्त है। इसके बाद अपवर्ड मूवमेंट के तहत सीटें आबंटित कर दी जाएंगी। इसके बाद भी रिक्त रहने वाली सीटों पर प्रवेश का निर्णय राज्य सरकार के स्तर पर होगा।"" एसके सिंह, निदेशक, टेक्निकल एजुकेशन बोर्ड