सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 18 Aug 2010, 12:16:24
पाली। "नया गांव प्रदूषण मुक्त औद्योगिक क्षेत्र" को पावरलूम उद्योग के लिए नोटिफाइड एरिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं रीको मुख्यालय इस औद्योगिक क्षेत्र के भूखण्डों की दरें तय नहीं कर पाया है। ऎसे में उद्यमियों में दरों को लेकर असमंजस है। रीको ने पूर्व में छह सौ रूपए प्रति वर्ग गज की दरें तय की थी। उद्यमियों के विरोध के चलते रीको प्रबंधक ने जनवरी-2010 में भूखण्डों की संशोधन दरों के लिए मुख्यालय को पत्र लिखा, लेकिन रीको मुख्यालय 18 माह बाद भी दरों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाया है।
भूखण्डों की दरों पर अटका रोड़ा
-रीको ने पूर्व में मई 2009 में औद्योगिक क्षेत्र में भूखण्ड बेचने की प्रक्रिया शुरू की। लेकिन भूखण्डों की दरें अधिक होने व भूखण्डों का आकार बड़ा होने के कारण उद्यमियों ने कम रूचि दिखाई।
इस पर रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक ने जनवरी-2010 में जयपुर मुख्यालय को भूखण्डों का आकार व दरें घटाने का प्रस्ताव भेजा। इस पर रीको ने भूखण्डों का आकार घटा दिया। पहले जहां औद्योगिक क्षेत्र में 301 भूखण्ड थे, वहीं संशोधित ले आउट प्लान में उनकी संख्या 448 हो गई। लेकिन दरों को लेकर किसी प्रकार की स्थिति स्पष्ट नहीं की।
40 करोड़ की स्कीम
पिछले कई वर्षो से नया गांव में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। रीको ने 284.25 एकड़ भूमि अवाप्त कर गत वर्ष नवम्बर माह में करीब 40 करोड़ रूपए की डवलपमेंट स्कीम की स्वीकृति भी दी। इस स्कीम के तहत औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो रहा है। इसी बीच पाली में पावरलूम की स्वीकृति मिली।
उत्पादन करो, छूट पाओ!
-पिछले दिनों पाली के उद्यमियों की जयपुर में रीको निदेशक से नया गांव औद्योगिक क्षेत्र की दरों को लेकर चर्चा हुई। उद्यमियों के अनुसार रीको निदेशक ने संकेत दिए हैं कि पावरलूम के लिए जो जल्द उत्पादन शुरू करेगा, उसे भूखण्डों की दरों में छूट दी जाएगी। यह छूट एक वर्ष में उत्पादन शुरू करने पर भूखण्ड दरों में तीस प्रतिशत तक भी हो सकती है।
जल्द होगा निर्णय
नया गांव औद्योगिक क्षेत्र के भूखण्डों की दरों को लेकर पूर्व में जयपुर मुख्यालय में स्मरण पत्र भेजे थे। पिछले दिनों भी एक पत्र भेजा है। उम्मीद है कि भूखण्डों की दरों को लेकर जल्द निर्णय होगा।
-डी.एस. राठौड़, क्षेत्रीय प्रबंधक, रीको
उद्यमी जानेंगे पावरलूम की बारीकियां
नया गांव औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित किए जाने वाले पावरलूम उद्योग को लेकर तैयारियां तेज हैं। पावरलूम की तकनीकी बारीकियों को जानने के लिए उद्यमी उन क्षेत्रों का अध्ययन करेंगे, जहां पहले से ही पावरलूम प्रोसेस चल रहे हैं। इसके अलावा पिछले दिनों पावरलूम से जुड़ी समस्त गतिविधियों व प्रोग्रेस के लिए पाली एसोसिएशन ऑफ लूम्स इण्डस्ट्रीज (पाली) का भी गठन किया गया है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर की अध्यक्षता में पावरलूम गतिविधियों सम्बन्धी बैठक में सुझाव आया कि पावरलूम लगाए जाने से पहले पाली के उद्यमी तकनीकी जानकारी हासिल करें। इसके लिए मालेगांव, भिवण्डी, इचलकरणजी व सूरत में लगे पावरलूम प्रोसेस को देखें और उद्यमियों से रूटीन में होने वाले कार्य, परेशानियां व तकनीकी जानकारियां लें।
इनमें प्रमुख रूप से एक लूम्स के लिए कितनी जमीन चाहिए, पाली में कौन-कौनसे लूम्स लगाए जाने लायक हैं। मशीन सप्लायर, लूम्स सप्लायर व यार्न सप्लायर की क्या स्थिति है। लूम्स से जुड़ी बिन्दुवार जानकारियां हासिल करने में एडीएम जुटे हैं, ताकि उद्यमियों को क्या-क्या जानकारी हासिल करने के लिए इसका होमवर्क पहले से ही हो जाए।
प्रवासी राजस्थानियों को देंगे निमंत्रण
जिन स्थानों पर पावरलूम चल रहे हैं, वहां के उद्यमियों को पाली प्रशासन व राज्य सरकार की ओर से पाली में पावरलूम लगाए जाने के लिए निमंत्रण देने का भी सुझाव दिया है। ताकि उनके अनुभव पाली के उद्यमियों के लिए सहायक बनें। हालांकि पाली जिले के कई उद्यमी दूसरे राज्यों में पावरलूम प्रोसेस से जुड़े हुए हैं।
उद्यमियों को मिलेगा लाभ
एडीएम की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में "पाली" की ओर से सुझाव दिया था कि पावरलूम से जुड़ी तकनीकी जानकारियों का अध्ययन किया जाए। एडीएम ने बिन्दुवार जानकारियां हासिल करने के लिए निर्देशित किया है। पाली जिले के कई उद्यमी पावरलूम प्रोसेस से जुड़े हैं। ऎसे में वे भी पाली आकर इकाई लगाते हैं तो इसका फायदा यहां उद्यमियों को मिलेगा।
- सम्पतराज भंडारी, अध्यक्ष, पाली एसोसिएशन ऑफ लूम्स इण्डस्ट्रीज (पाली)