सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 13 Aug 2010, 12:35:28
बाबरा। बांगड़ ग्राम (ब्यावर)-रास रेलवे ट्रेकका काम बाबरा के निकटवर्ती प्रतापगढ़ पंचायत क्षेत्र के मोहरा गांव में शुरू हो गया है। करीब 145 करोड़ रूपए की लागत से नया ट्रेक बनने से सीमेंट उद्योग व रेलवे को अतिरिक्त आय होगी।
साथ ही भाविष्य में नई रेलगाडियों के संचालन से क्षेत्र का विकास होगा। अजमेर रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर राकेश छत्री ने बताया कि रेलवे ट्रेक बनाने का काम फिलहाल तीन कम्पनियों को दिया गया है।
28.7 किलोमीटर के बीच 60 छोटे-बड़े पुल बनाए जाएंगे। इसके निर्माण के लिए दिसम्बर 2012 तक की अवधि तक का लक्ष्य निर्घारित किया गया है।
पहले निर्माण होना था मेड़ता तक
जानकारी के अनुसार उत्तर रेलवे ने करीब 15-16 साल पहले सर्वे किया था। इसमें बांगड़ ग्राम (ब्यावर) से मेड़ता तक रेलवे ट्रेक बिछाने की योजना थी, लेकिन वित्तीय स्वीकृति बांगड़ से रास तक ही मिली है। भविष्य में जल्द ही मेड़ता तक सर्वे होगा।
मुआवजे का कार्रवाई अटकी पड़ी
बाबरा व सुमेल ग्राम पंचायत क्षेत्र में ट्रेक का निर्माण शुरू नहीं हो सका है। इस संबंध में जिन लोगों की जमीन से लाइन गुजरेगी, उन्हें इस संबंध में जानकारी ही नहीं है। इस बारे में किसानों ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से जमीन अधिग्रहित करने के लिए किसी भी तरह का नोटिस नहीं भिजवाया गया है। ऎसे में किसानों को जमीन के बदले पर्याप्त मुआवजा देने की कार्रवाई फिलहाल पूरी तरह से अटकी पड़ी है।
इनका कहना है
निर्माण दिसम्बर 2012 तक तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के अन्तर्गत कुछ जगह पर कार्य शुरू कर दिया गया है।
राकेश छत्री, डिप्टी चीफ इंजीनियर, उतर-पश्चिम रेलवे, अजमेर
इस संबंध में समाचार पत्र के माध्यम से सूचना दी गई है, मुआवजा टाइटल के आधार पर दिया जाता है। हालांकि इस बारे में सुनवाई या किसी भी तरह की आपत्तियों पर फैसला जैतारण एडीएम कोर्ट में होगा।
जसराज बेनीवाल, तहसीलदार, रायपुर मारवाड़
इस संबंध में सत्रह अगस्त को रेलवे तथा रेवेन्यू विभाग के साथ बैठक कर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
सुनीता चौधरी, एसडीएम, जैतारण