सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 15 Jul 2010, 18:51:07
मनावरः- मध्यप्रदेश में निवासरत सिर्वी जाति को केन्द्रीय पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल कर लिया गया है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा परीक्षण एवं विचारोपरान्त मध्यप्रदेश की सिर्वी एवं कुछ अन्य जातियों को केन्द्रीय पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल करने की अनुसंशा भारत सरकार से की गई थी। इसे स्विकार करते हुए भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारीता मंत्रालय ने संकल्प पारित किया जिसकी अधिसूचना क्रं 12015/15/2008 बी.सी.सी. नई दिल्ली दिनांक 16 जुन 2011 भारत सरकार के राजपत्र में प्रकाशित हुई है। उपरोक्त प्रक्रिया पश्चात अब मध्यप्रदेश में निवासरत सिर्वी जाति को केन्द्रीय पिछड़ा वर्ग की सूची में अनुक्रमांक 36 पर शामिल कर लिया गया है। सिर्वी समाज जिला महामंत्री कैलाश मुकाती ने कहा की सिर्वी जाति को केन्द्रीय पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल कर लेने के निर्णय से समाज में शिक्षा का प्रसार होकर प्रगति एवं विकास की मुख्यधारा में शामिल होने के अवसर प्राप्त होंगे। इसके परिणामस्वरूप अब सिर्वी जाति के परीक्षार्थीयों एवं उम्मीद्वारों को केन्द्रीय सेवाओ के विभिन्न पदो रेल्वे एवं बैंकींग सेवाओं के साथ-साथ केन्द्रीय शिक्षण संस्थानो एवं आॅल इण्डिया पी एम टी तथा आय टी आय जैसी परीक्षाओ में भी आरक्षण का लाभ प्राप्त हो सकेगा। सरकार के इस निर्णय पर सिर्वी समाज संगठन धार के जिला अध्यक्ष डाॅ.दिनेश सतपुडा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष शिवपाल आर्य, पुर्व भाजपा धार जिला अध्यक्ष मोहन भायल, महेन्द्र सिर्वी, डाॅ.राज बर्फा, टीकम पंवार, लोहारी उदन भायल, रमेश जमादारी नरेन्द्र सिर्वी, महेन्द्र सेप्टा, कुक्षी जगदीश चोयल, मनीष राठोर, रमेश चोयल, मनावर व मुकेश गेहलोत हिरालाल देवड़ा बड़वानी सिर्वी समाज जिला अध्यक्ष भगवान जी चैधरी एवं उपाध्यक्ष श्री पन्नालाल मोगरे तथा समाज के वरिष्ठ श्री रामलाल जी मुकाती, श्री कालुराम जी लछेटा, टीकम परिहार एवं मनोहरलाल मुकाती आदी समाजजनो ने खुशी जाहीर की। इसके साथ ही विभिन्न अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षाओ में अतिरिक्त अवसर एवं अधिकतम आयु सीमा में छूट जैसे लाभ भी प्राप्त होंगे। सिर्वी जाति को केन्द्रीय पिछड़ा वर्ग सूची में शामिल करने की मांग सिर्वी समाज संगठन द्वारा लम्बे समय से की जा रही थी। सम्पुर्ण देश के साथ-साथ मध्यप्रदेश में निवासरत सिर्वी जाति मूलतः एक कृषक जाति है। यह जाति सामाजिक एवं शैक्षणीक रूप से पिछड़ी होने से मध्यप्रदेश में पहले से ही राज्य स्तर पर अन्य पिछड़ी जातियों की सूची में अनुक्रमांक 39 पर शामिल है। अब भारत सरकार की दिनांक 16 जुन 2011 की अधिसूचना से सिर्वी जाति केन्द्रीय पिछड़ा वर्ग सूची में भी शामिल हो गई है। केन्द्रीय स्तर पर अन्य जातियों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था लागू है। भारत सरकार के इस निर्णय का समाज के प्रबुद्धजनो ने स्वागत किया है।
-------- कैलाश मुकाती 09993567482