सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 05 Jul 2010, 10:14:18
पाली। वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर (डीएफसीसी) के तहत जिले में बनने वाले 56 अंडर व ओवर ब्रिज के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। जिला प्रशासन ने डीएफसीसी को निर्माण की स्वीकृति जारी कर दी है। दिल्ली से मुम्बई के बीच बिछने वाली रेलवे लाइन पर शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
आर्थिक विकास दर बढ़ाने को लेकर देश में 6 कोरिडोर बनाने की योजना है, जिसमें वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर के तहत दिल्ली से मुम्बई के बीच डबल गुड्स लाइन बिछाई जाएगी। यह रेलवे लाइन समानांतर बिछेगी, जिस पर मालगाडियां
ही दौड़ेंगी।
मालगाड़ी की लम्बाई करीब डेढ़ किलोमीटर होगी तथा यह गाड़ी सौ किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से दौड़ेगी। मालगाड़ी के कंटेनर भी अलग डिजायन के होंगे। इस ट्रेक पर दौड़ने वाली मालगाड़ी दिल्ली से मुंबई के बीच की यात्रा करीब पन्द्रह घंटे में पूरी करेगी।
भूमि अवाप्ति का काम पूरा
वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर के लिए पाली जिले में 530 हैक्टेयर जमीन अवाप्त करनी है। भूमि अवाप्ति का काम जैतारण उपखंड क्षेत्र के कुरातिया गांव को छोड़कर पूरा कर लिया गया है। कुरातिया के ग्रामीणों से भी हाल ही में आपत्तियां मांगी गई है। जैतारण उपखंड अधिकारी सुनीता चौधरी ने बताया कि सुनवाई पूरी होने के बाद अवाप्ति का काम शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।
इनका कहना है
भूमि अवाप्ति का काम पूरा हो गया है। अजमेर से अवार्ड (मुआवजा) देने की शुरूआत करेंगे। पाली जिला प्रशासन से अंडर व ओवर ब्रिज के निर्माण की अनुमति भी मिल गई है।
वी.के. शर्मा, प्रोजेक्ट मैनेजर, वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर (डीएफसी)