सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 23 Jun 2010, 12:31:10
जोधपुर। बंगाल की खाड़ी से पैदा हुआ चक्रवाती परिसंचरण तन्त्र बुधवार को राजस्थान में प्रवेश कर गया। इससे राज्य के हाड़ौती क्षेत्र और दक्षिण हिस्से में तेज बारिश की संभावना है। आगे बढ़ते तन्त्र के कमजोर होने की वजह से थार प्रदेश में कम बारिश ही नसीब होगी। उधर उत्तर-पश्चिमी मानसून की एक और नई शाखा बुधवार को निकलकर राजस्थान के बेहद करीब पहुंच गई है।
मानसून अभी झालावाड़ और बारां के समीप ही है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में इसके प्रवेश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
चक्रवाती परिसंचरण तन्त्र बुधवार को राज्य में घुस गया, हालांकि इसका काफी हिस्सा अभी भी गुजरात और मध्यप्रदेश के ऊपर टिका है। केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) के वैज्ञानिक डॉ. एएस राव और डॉ. अमलकर ने बताया कि तन्त्र में पानी कम होने से उतनी बरसात नहीं होगी, जितनी उम्मीद थी। वैसे यह जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर में पहुंच जाएगा। छितराई बारिश के साथ ठण्डी हवा चलेगी। इसकी वजह से मानसून भी राज्य में प्रवेश कर जाएगा।
कई जगह बारिश
भारतीय मौसम विभाग ने अपने जिलास्तरीय पूर्वानुमान में राज्य के पूर्वी, दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से के तकरीबन सभी जिलों में बारिश की संभावना व्यक्त की है। बारां, झालावाड़ और कोटा में जहां 80 से लेकर 100 मिली और थार प्रदेश में दस मिली बरसात का पूर्वानुमान है। उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में भी अच्छी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।