सीरवी समाज - ब्लॉग

किसी ने खूब कहा कि एक क्रांति की शुरुआत खुद के घर से होती हैं खुद से होती हैं , प्रस्तुति :- दुर्गाराम सीरवी
Posted By : Posted By Manohar Seervi on 17 Jun 2020, 10:38:42

किसी ने खूब कहा कि एक क्रांति की शुरुआत खुद के घर से होती हैं खुद से होती हैं । चलो सबसे पहले मैं ही बहिष्कार करता हूं
" मैं दुर्गाराम सीरवी यह शपथ लेता हूँ कि मैं किसी भी प्रकार का चाइना के समान नहीं खरीदूंगा।"
कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना जैसे-
" आपके पास फोन भी चाइना का है "
"आपके घर में चाइना के सामान है "
" आम आदमी ही क्यो बहिष्कार करे। "
"सरकारे कब करेंगी "
ऐसी हजारों बातों को भारतीय सेना के सम्मान में एक तरफ रख दीजिए।सेना सर्वोपरि ही हमारी।
अरे ! भाई हमे किसी से कोई मतलब नही है।
हमे खुद से शुरुआत करनी है बाकी का काम स्वत: ही होगा।
एक बात बताओ," भारतीय सेना का जवान हमारी भारतीय सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं भाई। भारत माता की सेवा करते हुए सेना के जवान इतना नही सोचते भाई तो हम चीनी सामानों का बहिष्कार करने में क्यों सोचें।

देखो भाई "भारतीय सेना के वीर जवानो को सच्ची श्रद्धांजलि देनी हैं मुझे,मैंने तो शुरुआत कर दी हैं।"

।। जय हिद। वंदेमातरम ।।
प्रस्तुति :- दुर्गाराम सीरवी कोयम्बटूर तमिलनाडु