सीरवी समाज - ब्लॉग

अच्छे व्यवहार से बनती है अलग पहचान , प्रस्तुति :- मनोहर सीरवी
Posted By : गोविन्द पंवारon 17 Jun 2020, 05:09:50

जब हम किसी और से संपर्क साधते हैं तो इस बात की आशा करते हैं कि वह अच्छा आचरण करें। यह जरूरी नहीं कि मुक्के का जवाब मुक्का ही हो। अच्छा आचरण वह है जिसमें बुरी स्थितियों को अच्छे एवं सुन्दर तरीके से पेश किया जाए। दूसरों से हम कैसा व्यवहार करते हैं चाहे स्थिति विपरीत ही क्यों न हो, हमें उत्तेजित या शान्त, भ्रष्ट या ईमानदार, बर्बर या सभ्य बना सकता है। अच्छी आदतें, अच्छे मित्रों की तरह होती हैं जो आपको ऐसी स्थिति में ले जाते हैं, अन्य गुण यदि आपका आचरण अच्छा है यह तुरन्त दृष्टिगोचर हो जाता है। सभ्य होने का कोई मूल्य नहीं चुकाना पड़ता अलबत्ता यह आपको कुछ प्राप्त करवाता है। यह बात श्ांका से परे है कि हम सभी में किसी न किसी गुण की कमी होती है, और इसी कारण ज्ञान का गुणगान करते हैं और इसके महत्व को समझते हैं। सद्गुणों की सबसे मौलिक बात जो हम सभी नहीं अपनाते हैं वह है इसका निरन्तर अभ्यास करना। इन सद्गुणों से ही हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हर चीज सही ढंग से हो और हमें दूसरों की राय भी मिले। दयालुता एवं दूसरों के बारे में सोचने जैसे सद्गुणों को छोड़कर उस चीज में लगातार गिरावट आ रही है। इसका मुख्य कारण है कि लोग तीव्र जीवन जी रहे हैं। इसे प्रतिदिन सड़क पर चलते हुए महसूस किया जा सकता है जहां लोग अत्यंत तीव्र गति से गाड़ियां चलाते हैं। अच्छी आदतें समय की बर्बादी नहीं है। यह एक बेहतरीन निवेश है जिसका दूसरों पर अद्भुत असर होता है। असभ्य व्यवहार प्रत्येक को नापसंद होता है। किसी के प्रति हमारी पहली राय उसके आचरण पर ही आधारित होती है। अच्छी आदतें अच्छे रिश्तों को कायम करने के आधार हैं। हमारे समाज में संपर्क का खासा महत्व है और आप तभी सम्मानित किए जाएंगे जब आप दूसरों के प्रति सम्मान व्यक्त करेंगे। यह एक पुराना मगर अत्यन्त उपयोगी सिद्धान्त है आपको जैसा व्यवहार चाहिए वैसा ही व्यवहार आप दूसरों के प्रति करें। आप केवल इस बात में न उलझे रहें कि आप के साथ अच्छा व्यवहार हो और दायित्व भूल जाएं। दूसरों के आचरण पर ध्यान न देते हुए यदि आप सदैव सबसे अच्छा व्यवहार करते हैं तो निश्चय ही आपकी अलग पहचान होगी। उसके बेस पर दूसरों को चाहे वह आपका होने वाला साथी हो, सीनियर हो या फिर बिलकुल अनजान व्यक्ति, सबको प्रभावित कर सकेंगे। अपने कार्यस्थल पर आपके अच्छे व्यवहार का प्रदर्शन आपके सहकर्मियों, जूनियरों एवं सीनियरों में अच्छी छवि बनाएगा। जब हर कोई समान रूप से दक्ष हो तो आपका अच्छा व्यवहार आपके वाह-वाही एवं पदोन्नति में सहायक होगा। एक सर्वेक्षण के अनुसार 58 प्रतिशत लोगों ने माना है कि वो ऐसे उद्योगपतियों या लोगों के साथ काम करना छोड़ देते हैं जिनका व्यवहार ठीक नहीं होता है। अच्छी आदतों का उपयोग बैर कम करने तथा जब कोई आपके पास शिकायत लेकर आता है, तो आगन्तुक का पारा कम करने में सहायक होता है। इसका मूल तत्व यह है कि यदि आप गलत हैं तो आपको अपने किसी भी गलत निर्णय का बचाव नहीं करना है। किसी टीम का हर व्यक्ति यदि दक्ष हो तो अपने आप को साबित करना मुश्किल होता है। ऐसे में आपका अच्छा आचरण आपको अन्य लोगों से अलग खड़ा करेगा और आपकी उन्नति में भी सहायक होगा। आपको अलग पहचान भी दिलाएगा। यदि आपका ग्राहकों से लेन-देन है, तो ऐसे में अच्छा व्यवहार न केवल आपके वर्तमान ग्राहकों को बनाए रखेगा अपितु नए ग्राहक भी आपसे आसानी से जुड़ेंगे। आपका अच्छा व्यवहार उस समय बड़ा हितकारी सिद्ध होता है जब कोई ग्राहक अपनी समस्या लेकर आपके पास आता है। एक अन्य सर्वे से खुलासा हुआ है कि 60 प्रतिशत महिलाएं ऐसा मानती हैं कि पुरुषों का अच्छा व्यवहार उन्हें और आकर्षक बनाता है। वे बुरी आदत वाले पुरुषों को निर्बुद्धि के रूप में देखती हैं। ज्यादातर महिलाओं का मानना है कि अच्छा व्यवहार शारीरिक सुंदरता एवं आय से ज्यादा महत्वपूर्ण है। अच्छे व्यवहार के बल पर आप घर में पारिवारिक सदस्यों के लिए एक अच्छा उदाहरण बन सकते हैं। यह तब और भी महत्वपूर्ण हो जाता है जब आप माता-पिता के रूप में अपने बच्चे में अच्छे गुणों का विकास करते हैं। इस बात का लगातार ध्यान रखें कि घर में आपका आचरण अच्छा है। और साथ-साथ बाहर भी इससे आप आश्चर्यजनक ढंग से ख्याति एवं प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे।

प्रस्तुति :- मनोहर सीरवी (राठौड़) सुपुत्र श्री रतनलालजी राठौड़ जनासनी - साँगावास { मैसूरु - कर्नाटक }