सीरवी समाज - ब्लॉग

सीरवी समाज की अच्छाइयां सबसे जुदा - प्रेषक- मंगल बर्फा निवासी बिलाड़ा
Posted By : Posted By seervi on 03 Sep 2019, 06:06:11

सीरवी समाज की अच्छाइयां सबसे जुदा -------------------------------------------
सीर कियो जद सीरवी सो जाणे संसार ,सीरवी समाज बहुत ही सरल ,सुलझी हुई व शांति प्रिय कौम है!आपस में हिलमिल कर रहना ,सादा जीवन उच्च विचार ,चाहे खेती हो या व्यापार अपनी मेहनत व हूनर के बल पर बनाई है अपनी अलग पहचान ! सेवाभाव,मेहनतकश व ईमानदारी इस समाज की अच्छी खूबियां है ,लेकिन जो सबसे अच्छी खूबी है वह है परिस्थिति के अनुसार सामंजस्य-चाहे शादी ब्याह का समारोह हो या फिर कोई अन्य फंक्शन उनमें लोग अपनी हैसियत के अनुसार सम्पन्न कर लेते है तो उसमें कोई शिकवा शिकायत नहीं करते हैं!विवाह की रस्में बड़े ही सादगीपूर्ण ढंग से सम्पन्न कर दी जाती है,सामने वाले समधी यानि वरपक्ष की ओर से कोई विशेष डिमांड नहीं होती है!जब कि अन्य कौमो छोटी मोटी जातियों में हम अक्सर देखते है कि इन अवसरों पर अजीब अजीब मांगे रख दी जाती है जो मजबूरी में लड़की के पिता को हैसियत न होते हुए भी पूरी करनी पड़ती है!ऐसा खाना होना चाहिए ,बारातियों का स्वागत ऐसा होना चाहिए,दुल्हें के लिये व और भी फलाना ठीमका तरह तरह की अजीबोगरीब मांगे रख देते है जो पूरी न होने पर जिल्लत व अपमानित कर देते है!लेकिन हमारे समाज में ऐसा कतई नहीं है ,हमारे पूर्वजों ने जो रीतियां नियम कायदे बनाये है वो बहुत ही सरल व सुलझे हुएं है !बाराती घाराती सब आपस में मिल जुलकर समारोहपूर्वक सब रस्मों को सम्पन्न करवाते है!मां बाप की हैसियत के अनुसार बेटी को देकर विदा कर दिया जाता है जिसे खुशी से अंगीकार कर लिया जाता है !दहेज न लेना समाज की सबसे बड़ी व सबसे जुदा खूबी मानता हूं !हमारे समाज में दहेज देने की परम्परा नहीं रही है!शादी ,मुकलावा के समय पिता अपनी बेटी को अपनी हैसियत के अनुसार कपड़े लते गहने देता ही है लेकिन वर पक्ष की तरफ से कभी भी मांग नहीं की जाती है ! इस खूबी का अन्य समाज के लोग हमारे समाज की बड़ी तारीफ करते है ! गरीब व पैसे वाले अपनी अपनी हैसियत से रीति रिवाजों को सम्पन्न करते है लेकिन इनमें आज तक कोई दुराव की भावना नहीं रहती है!मुझे गर्व है कि मैं सीरवी समाज का बेटा हूं!
प्रेषक- मंगल बर्फा निवासी बिलाड़ा
हाल- बैंगलुरू