सीरवी समाज - ब्लॉग

..........समाज का बटवारा ...........पार्ट -1
Posted By : Posted By seervi on 12 Aug 2019, 03:51:46

..........समाज का बटवारा ...........

आज में समाज के विपक्ष में लिखना चाहती हूँ शायद आपको मेरे विचार पसंद न आये पर फिर भी में अपने विचार समाज के समक्ष रखना चाहती हूँ ।
क्या आज की युवा पीढ़ी को समाज में ही शादी करने के लिए जोर देना चाहिए , परिवार के जोर देने से लड़का लड़की शादी तो कर लेते है ,लेकिन फिर वही सुनने में आता है कि या तो। लड़के ने लड़की को छोड़ दिया क्योंकि लड़का का किसी और लड़की के संपर्क में था या लड़की को लड़का पसंद नहीं था तो लड़की भाग गयी तब माँ बाप पछताते हे की पहले ही हमने अपने बच्चो की सुन ली होती तो ये दिन ही नहीं देखना पड़ता ।
दूसरे समाज में शादी करने से क्या नुकसान है क्या समाज की संख्या कम हो जायेगी या समाज समाप्त हो जायेगा ,यदि हम समाज की लड़की देंगे तो दूसरे समाज की लड़की लाएंगे भी और जब बच्चा छोटा होता है तो वो नहीं जानता है कि समाज होता क्या है । obc , st. या general क्या है । हम लोग ही बच्चे को समाज में भेद करना समझाते हे , यदि सीरवी समाज का बच्चा हिन्दू हे तो दूसरी समाज का बच्चा भी तो हिन्दू ही होगा । तो क्या हम हिन्दू ही एक दूसरे में समाज का सहारा ले कर अपने आप को अलग अलग समझते है ,यदि लड़का या लड़की मुस्लिम हो तो विरोध समझ में आता भी हे ,लेकिन समाज की सीमा को ख़तम कर दिया जाये और हिन्दू की शादी हिन्दू से कर दी जाये तो क्या परेशानी ,जब युवा पीढ़ी को उनकी पसंद में रोकथाम क्र दी जाती है तो दो समाज में झगडे होते है ,मारकाट होती है और हिन्दू ही हिन्दू का खून बहाने को तैयार हो जाता है ।
आज सीमा पर खड़े सैनिक के लिए न तो कोई समाज हे और न तो कोई धर्म हैं ,वो तो सबकी सेवा के लिए तैयार खड़ा हैं तो हम क्यों हिंदुस्तानी सामाजिक बटवारे से हिंदुस्तान को अलग कर रहे हैं । आप सभी की सलाह का इंतजार ........


आपकी बहन
नीता देवड़ा ??