सीरवी समाज - ब्लॉग

आप सभी को स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन एवं जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए माँ श्री आईजी से सभी समाजजनों के जीवन को आलोकित करने हेतु प्रार्थना है
Posted By : Posted By Raju Seervi on 29 Jul 2022, 05:47:58

मेरे प्यारे भाईयों एवं बहनों
सादर जय श्री आईमाताजी की।

सीरवी समाज डॉट कॉम वेबसाइट की और से आप सभी का हार्दिक स्वागत एंव अभिनंदन है। सर्वप्रथम आप सभी सीरवी भाईयों और बहनों को स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन एवं जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें 
स्नेहवाहिनी, शक्तिदायिनी, मनभावनी पावन राखी में पवित्रता का प्रकाश और रूहानियत का तेज समाया हैं। सारे विश्व को भाई-भाई की भावना से जोड़ने वाले इस पर्व का स्वागत प्रकृति भी अपनी शीतल फुहारों हरीतिमा से ढकी धरती और मोर के नृत्य के साथ करती है। 
आज के समाज में होने वाले चुनाव के परिप्रेक्ष्य में सही मायने में यदि देखा जाए तो समाज में चुनाव की जगह चयन प्रक्रिया, सर्वसम्मति से की जाए तो संगठन में किसी भी तरह का गतिरोध, आपसी वैमनस्यता, मनमुटाव पैदा ही नहीं होगा।
तहसील सभाओं, जिला सभाओं, प्रदेश सभाओं, इत्यादि के चुनाव के दौरान एक बहुत ही अजीब-सी स्थिति देखने को मिलती है कि वह यह कि मुझे संगठन में यह पद चाहिए, मुझे यहां नहीं मुझे वहां जाना है, यह पद या जिम्मेदारी मुझे नहीं दी गई तो मैं देख लूंगा आदि-आदि ! इस प्रकार की कटुता हर चुनाव में देखने को मिलती हैं। बंधुओं क्या समाज की सेवा, बिना किसी पद के भी नहीं की जा सकती क्या? जरुरी है कि किसी पद पर आने से ही हम समाज की उन्नति में सहयोग कर पाएंगे क्यों हम इस क्षणिक समय के चुनाव के दौरान आपस में इतनी कटुता पैदा कर लेते हैं कि वर्षों के रिश्ते 5 मिनट में धूमिल करने पर उतारू हो जाते हैं। अपना समाज बहुत छोटा समाज है, इसी में यदि हम सभी आपस में वैमनस्यता रखेंगे तो समाज और टूट जाएगा। जहां हमारा छोटा समाज होते हुए भी आप और हम सभी समाजों के ऊपर, अपना वर्चस्व कायम कर रहे हैं आपस में टूटने से यह वर्चस्व धरातल पर आ जाएगा।
निश्चित रूप से हमारे यहाँ कार्यकर्ताओं की किसी भी प्रकार की तन, मन,धन से कमी नहीं है किंतु हमारे मन में कहीं ना कहीं पद पाने की लालसा जरूर हैं।
क्यों नहीं हम महासभा द्वारा दिए गए विधान अनुसार एक व्यक्ति एक पद के नियम पर चाहे वह महासभा में हो, प्रदेश सभाओं में हो, तहसील सभाओं में हो, क्षेत्रीय सभाओं में हो अपितु नगर स्तर पर स्थानीय संस्थाओं में भी क्यों न हो, कार्य करें तो अधिकांशतः सदस्यों को कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। यदि हम कहीं पर अपनी योग्यता का, अपने अनुभव का फायदा समाज को देने में सक्षम हैं तो जरुरी नहीं है कि समाज के सभी पद अपने को प्राप्त हो ही। किसी भी कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भी हम अपने अनुभव व योग्यता का फायदा समाज को निश्चित रूप से दे सकते हैं।
संक्षेप में अपनी बात आप सभी के समक्ष लेख के रूप में रखी है, आशा है निश्चित रूप से मेरे द्वारा रखे गए विचारों पर समाज के आप सभी अग्रज प्रबुद्धजन मनन करेंगे व एक व्यक्ति एक पद के महासभा द्वारा दिए गए नियमों पर चाहे वह किसी भी स्तर पर हो पालना करते हुए अन्य कार्यकर्ताओं को समाज हित में समाज सेवा हेतु प्रेरित करेंगे। जहां तक मैं समझता हूँ महासभा, प्रदेश सभाओं व जिला सभाओं से यदि नियमों का पालन किया जाता है तो इससे नीचे के स्तर पर स्वाभाविक रूप से सभी कार्यकताओं को समाज सेवा में मौका मिलेगा, जिससे समाज निश्चित रूप से आगे बढ़ेगा।
पुनः आप सभी को त्योहारों के आगामी सीजन के लिए एक बार फिर आपको और आपके पुरे परिवार को सीरवी समाज डॉट कॉम वेबसाइट की और से स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन एवं जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें प्रेषित करते हुए माँ श्री आईजी से सभी समाजजनों के जीवन को आलोकित करने हेतु प्रार्थना है।

आपका
मनोहर सीरवी सुपुत्र श्री रतनलाल जी राठौड़ जनासनी-साँगावास (मैसूरु)
संपादक : सीरवी समाज डॉट कॉम