सीरवी समाज - मुख्य समाचार

##सोजत नगर से 3 किमी खारिया नींव से 7 किमी दूर खारिया, चामड़ियाक, बिलावास, सोजत, मंडला और धंधेड़ी के मध्य 400 घर की बस्ती है- रामासनी बाला।
Posted By : 24 Sep 2023, 05:06:36गोविन्द सिंह पंवार रोबड़ी
##सोजत नगर से 3 किमी खारिया नींव से 7 किमी दूर खारिया, चामड़ियाक, बिलावास, सोजत, मंडला और धंधेड़ी के मध्य 400 घर की बस्ती है- रामासनी बाला। रामासनी बाला में सीरवी, कुम्हार, राजपूत, राजपुरोहित, कारीगर, रावणा राजपूत, मेघवाल, सरगरा, सुनार,माली, घांची, ढोली, लोहार और देवासी बसते हैं। 36 कौम में सीरवी समाज के 100 घर है, जिनमें आधे में पंवार है, अन्य गौत्र में बरफा, सिंदड़ा, हाम्बड़, गहलोत, काग, चोयल, मुलेवा और लचेटा है। यहां पर श्री आई माताजी मंदिर बडेर हेतु लगभग साढे तीन बीघा का भूखंड लिया हुआ है, जिस पर काफी निर्माण किया हुआ है पर श्री आई माताजी मंदिर बडेर निर्माण नहीं हो पाया है। यह भू-खंड स्वर्गीय श्री खरताराम जी सिंदड़ा की देन है। यहां पर एक हाॅल में श्री आई माता जी की तस्वीर एवं पाट स्थापना और पास में श्री खेतलाजी की स्थापना की हुई है। श्री आई माता जी की पाट स्थापना दीवान साहब के कर कमलों से लगभग 30 वर्ष पूर्व की गई थी। यहां पर निर्माण कार्य में टीन शेड के विशाल हॉल, कमरे, गैलेरी, खुले चौक, फूलों के पौधे और वृक्षावली, भोजन बनाने के लिए विशाल हॉल और उनके लिए भट्टियों के अलावा सभी तरह की समुचित व्यवस्था और सुविधाएं उपलब्ध है। इस समय इस बडेर के कोटवाल श्री नारायण लाल जी मुलेवा, जमादारी मोतीलाल जी काग एवं पुजारी मंगलाराम जी पंवार है। रामासनी बाला में सरकारी नौकरी में अभी तक किसी ने खाता नहीं खोला है, जबकि अब दक्षिण भारत में प्रतिभाएं नौकरी की तरफ अपना रुझान दिखा रही है जिनमें पूनम पंवार पुत्री श्री भोलाराम जी एलएलबी कर रही है, नीतू पंवार एमबीबीएस कर रही है, नरेश लचेटा पुत्र श्री चेलाराम जी CA की तैयारी कर रहे हैं, डॉक्टर किरण लचेटा चैन्नई में एमबीबीएस है और आपके पति श्री शिव प्रकाश लचेटा चेन्नई में एडवोकेट है। व्यापार व्यवसाय में रामासनी बाला से बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत, मुंबई, पुणे आदि नगरों में सीरवी अपना सफलतम रूप से व्यवसाय चला रहे हैं। रामासनी के 100 घर और दक्षिण भारत में 200 दुकानें आराम से है। दक्षिण भारत में सर्वप्रथम जाने वालों में श्री खरताराम जी सिंदड़ा, श्री चेलाराम जी मुलेवा, हीरालाल जी सिंदड़ा और सांवलराम जी पंवार मुख्य है‌। रामासनी बाला का पूरे भारतवर्ष में एक नाम सबकी जुबां पर है, और वह नाम है- स्वर्गीय खरताराम जी सिंदड़ा पुत्र श्री मगाराम जी सिंदड़ा। आपका नाम केवल रामासनी में ही नहीं बल्कि पूरे भारतवर्ष में सीरवी समाज में ख्यातनाम रहा है, आपने रामासनी बाला में चारभुजा मंदिर निर्माण, डोलिया नाडा पर बाबा रामदेव जी मंदिर निर्माण एवं प्राण प्रतिष्ठा में विशेष योगदान, खारिया नींव में बाबा रामदेव गौशाला में सम्पूर्ण वित्त व्यवस्था तन मन और धन से की, सीरवी समाज रामासनी बाला के लिए लगभग साढ़े तीन बीघा भूखंड लेने में आर्थिक सहयोग और सीरवी बंधुओं से भेंट करवाने में प्रमुख भूमिका निभाई। आप सीरवी समाज कर्नाटक बंगलौर के संस्थापक अध्यक्ष रहे। बलेपेट बडेर निर्माण एवं प्राण प्रतिष्ठा आपके अध्यक्षीय कार्यकाल में ही सम्पन्न हुई थी। आपके पुत्र श्री प्रवीण कुमार जी सिंदड़ा अपने पिता श्री के नक्शे-कदम पर चलते हुए धार्मिक कार्यों में सदैव अग्रणी रहते हैं एवं इस समय श्री बाबा रामदेव गौशाला खारिया नींव का जिम्मा अपने ऊपर लिये हुए हैं। श्री चेलाराम जी मुलेवा द्वारा रामासनी बाला में श्री हनुमान बालाजी मंदिर और डोलिया नाडा पर डाली बाई मंदिर निर्माण करवाया गया। बडेर के लिए अपने हिस्से का भूखंड भेंट करने वालों में श्री नेनाराम जी पुरखाराम जी पंवार, आसुराम जी रुगाराम जी पंवार, खींवाराम जी भीखाराम जी पंवार और भानाराम जी मोतीराम जी पंवार ने बड़ा दिल करते हुए श्री आई माताजी मंदिर के लिए भूखंड भेंट कर सराहनीय कार्य किया है। सीरवी समाज रामासनी बाला सदैव आपका ऋणी रहेगा। रामासनी बाला में विद्यालय के लिए 150 टेबल स्टूल सेट नथाराम जी, खरताराम जी, भोलाराम जी पंवार और पारसराम जी काग ने भेंट किए हैं, श्री खरताराम जी पंवार पुत्र श्री डूंगरराम जी पंवार ने विद्यालय के लिए कंप्यूटर सेट और प्रोजेक्टर भेंट किया है, श्री रामचंद्र जी, गोपाराम जी, जयराम जी पंवार ने पूरे विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए स्कूल ड्रेस भेंट की है। श्री थानाराम जी पंवार ने विद्यालय में प्याऊ का निर्माण करवाया है, श्री मोटाराम जी, नवलाजी पंवार ने स्कूल के सामने गांव में प्याऊ का निर्माण करवाया है। दक्षिण भारतीय नगरों के बडेर के पदाधिकारियों में स्वर्गीय श्री खरताराम जी सिंदड़ा बंगलौर सिटी बडेर और कनकपुरा रोड़ के अध्यक्ष रहे, श्री चेनाराम जी काग बंगलौर सुगनकट्टे बडेर के सचिव रहे, श्री खरताराम जी पंवार चिकबालापुर बडेर के अध्यक्ष रहे, श्री पेमाराम जी सिंदड़ा कुनिगल कर्नाटक बडेर के अध्यक्ष रहे एवं अभी सचिव पद का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं। वर्तमान में रामासनी बाला माताजी मंदिर के लिए सीरवी समाज बडेर विकास समिति रामासनी बाला रजिस्टर्ड ट्रस्ट है जिसके अध्यक्ष पद का दायित्व निर्वहन श्री नाथूराम जी पंवार टुमकुर कर रहे है। सचिव रामचंद्र जी मुलेवा एवं कोषाध्यक्ष तेजाराम जी पंवार है।इस ट्रस्ट द्वारा तीन लाख एक हजार रुपए प्रति ट्रस्टी अनुसार एक सौ ट्रस्टी बनाये है, ट्रस्ट का प्रथम लक्ष्य भूखंड में हिस्सेदारी के कागज़ात का ट्रस्ट के नाम रजिस्ट्री का काम करवाना है जो पूरा हो गया है अब शानदार मंदिर बडेर निर्माण एवं मैरिज गार्डन हाॅल (छत्रम) बनाने का लक्ष्य है जो स्वर्गीय खरताराम जी सिंदड़ा का सपना था उसे पूरा करना है। स्थानीय राजनीति में रामासनी बाला का नाम खारिया नींव पंचायत के सरपंच रूप में श्री जयराम जी पंवार ने रखा है,आप दो बार सरपंच पद पर आसीन रहे हैं, श्री मोतीराम जी काग उप सरपंच रहे हैं। रामासनी बाला में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया संध्या आरती में भी अच्छी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। ज्ञात हो कि रामासनी बाला में केवल एक गहलोत परिवार डोरा बंद है फिर भी रात्रि में धर्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें बारह बजे तक माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को तन्मयता से सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की। ग्राम रामासनी बाला की खुशहाली की कामना करते हुए शीघ्र मां श्री आईजी के मंदिर बडेर निर्माण की आशा करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।