सीरवी समाज - मुख्य समाचार

##सोजत तहसील मुख्यालय से 12 किमी, बिलाड़ा से 24 किमी जेतीवास, अटपड़ा, रुंदिया, मंडला, धंधेड़ी, रामासनी बाला, चामड़ियाक, लुंडावास, बूटेलाव, मेव और गुजरों की ढाणी के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव हैं- खारिया नींव।
Posted By : 24 Sep 2023, 05:02:44गोविंद सिंह पंवार रोबड़ी
##सोजत तहसील मुख्यालय से 12 किमी, बिलाड़ा से 24 किमी जेतीवास, अटपड़ा, रुंदिया, मंडला, धंधेड़ी, रामासनी बाला, चामड़ियाक, लुंडावास, बूटेलाव, मेव और गुजरों की ढाणी के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव हैं- खारिया नींव। खारिया नींव छत्तीस कौम के लगभग 900 घर की बस्ती है, जिसमें सीरवी,जाट, मेघवाल, देवासी, सरगरा, राजपूत, तेली, सुनार, कुम्हार, वैष्णव, ब्राह्मण, गुर्जर, कलाल और हाटिया आदि जातियां यहां बसी हुई है। सीरवी समाज के यहां लगभग डेढ़ सौ घर है जिनमें परिहारिया, बरफा, सोलंकी, सेपटा, पंवार, राठौड़, सैणचा भगत, काग, हाम्बड़, चोयल, देवड़ा और भायल है। यहां पर श्री आई माताजी का मंदिर बडेर लगभग 40- 50 साल पुराना है, इसमें पाट स्थापना की हुई है, पर विधिवत रूप से प्राण प्रतिष्ठा नहीं की गई। इससे पहले दो-तीन जगहों पर पाट के स्थान को बदलते हुए यहां स्थापित किया गया है। यहां एक कमरे में माताजी की स्थापना की हुई है सामने हाॅल में चित्रकारी की हुई है और देवी देवताओं के फ्रेम लगाये हुए हैं। वर्तमान समय में यहां पर कोटवाल शेषाराम की बरफा जमादारी लक्ष्मणराम जी भायल और पुजारी नेमाराम जी सेपटा है। अब वर्तमान में नए बडेर का निर्माण कार्य चल रहा है काम लगभग पूरा हो चुका है श्वेत मार्बल में मंदिर का निर्माण कराया गया है मंदिर के आसपास और पीछे कमरे और बड़ा बरामदा बना हुआ हैं एवं खुला भूभाग भी भरपूर है, परंतु मंदिर के समक्ष बिल्कुल स्थान नहीं रहा है तथा मंदिर निर्माण के लिए मार्बल पत्थर भी सामान्य काम में लिया गया है इसके अलावा यहां पर लगभग अस्सी साल पहले जाट समाज की हिस्सेदारी में गांव का गढ़(कोट) खरीदा गया था लेकिन बंटवारा नहीं होने से वह आज भी जस का तस है। खारिया नींव की राजनीति में श्री देवाराम जी पंवार सरपंच रहे हुए हैं, नाथी देवी धर्मपत्नी नारायणलाल जी परिहारिया उप सरपंच रही है। श्री बोहराराम जी बरफा सोजत में कंपाउंडर है, श्री पारसरामजी बरफा बुटेलाव में अध्यापक है, श्री पूनाराम जी बरफा बोयल में ग्राम विकास अधिकारी, बगदाराम जी राठौड़ मंडला में वरिष्ठ अध्यापक, मांगीलाल जी चोयल सोजत में फार्मासिस्ट, डॉक्टर रूपाराम जी सैणचा जोधपुर एमडीएम में अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं, हेमाराम जी बरफा एसबीआई सोजत में सीनियर क्लर्क है, मिश्री देवी सियाट में अध्यापिका और डॉक्टर अरविंद जी बरफा खारड़ा, रोहट में अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं। व्यापार व्यवसाय में यहां से बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोयंबटूर, त्रिपुर आदि स्थानों पर सीरवी बंधुओं ने अपना परचम लहराया है, दक्षिण भारत में सर्वप्रथम जाने वालों में भानाराम जी, मिश्रीलाल जी, मदन लाल जी परिहारिया बेंगलुरु, भंवर लाल जी तुलसाराम जी नारायण लाल जी राठौड़ चेन्नई और भोलाराम जी पुखराज जी परिहारिया चेन्नई गए थे। यहां पर श्री बाबा रामदेव गौशाला बहुत ही अच्छे तरीके से संचालित हो रही है जो कि अटपड़ा की सीमा पर स्थित है इस गौशाला के संचालन में वित्त पूर्ति के लिए स्वर्गीय श्री खरताराम जी सिंदड़ा और तन मन से देखरेख में स्वर्गीय श्री शिवदान राम जी पंवार का विशेष योगदान रहा है। अब शिवदान जी के पुत्र श्री नेमीचंद जी पंवार गौशाला को संभाल रहे हैं।सेठ श्री प्रवीण जी सिन्दड़ा का अपने पिता स्वर्गीय खरताराम जी सिंदड़ा की तरह पूर्ण वित्त सहयोग है। फिर भी खरताराम जी सिंदड़ा को आज भी याद किया जाता है। यहां पर बेरा खांडा पर देवी भक्त माताजी श्रीमती जीमनी बाई की दूर-दूर तक प्रसिद्धि है। आप दिखने में साधारण महिला है, पर आप श्री आई माता जी की परम भक्त है।आप वचन सिद्ध है, आप जो कहते हैं वह फलीभूत होता है। इसी कारण आपके पास दूर दूर से भक्त आकर नमन करते हैं और उनके दुख पीड़ा दूर होते हैं। आपके बेरे पर श्री आई माता जी का भव्य मंदिर बना हुआ है जिनकी प्राण प्रतिष्ठा श्री आई माता जी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से संपन्न हुई थी।एक वर्ष बाद वर्षगांठ पर भी शानदार आयोजन किया गया था। यहां पर श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का दिनांक 19 सितम्बर 2023 गणेश चतुर्थी के दिन प्रातः नौ बजे भव्य बधावा किया गया दिन में उपस्थित बांडेरुओं ने धर्म सभा में प्रवचन के लिए आगे होकर आह्वान किया और शानदार धर्म सभा हुई जिसमें लगभग दो घंटे तक सभी ने तन्मयता से श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की। खारिया नींव में श्री आई माताजी मंदिर बडेर के शीघ्र पूर्ण होने एवं श्री आई माताजी मंदिर बडेर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के जल्दी सम्पन्न होने की कामना करता हूं - दीपाराम काग गुड़िया।