सीरवी समाज - मुख्य समाचार

####रानी तहसील के खिंवाड़ा कस्बे के पास सीरवी बाहुल्य एवं सीरवी समाज में देवड़ा गोत्र बाहुल्य गांव है-गजनीपुरा।
Posted By : 28 Aug 2023, 07:40:50गोविन्द सिंह पंवार रोबड़ी
##रानी तहसील के खिंवाड़ा कस्बे के पास सीरवी बाहुल्य एवं सीरवी समाज में देवड़ा गोत्र बाहुल्य गांव है-गजनीपुरा। खिंवाड़ा, माताजी गुड़ा, कोलपुरा,बरी, ठाकुर जी गुड़ा, मुकनपुरा के मध्य बसा हुआ गांव है-गजनीपुरा,जिसे आसपास के लोग कभी कभी रांकीया गड़ा भी कहते है। छत्तीस कौम के लगभग 450 घर की बस्ती में सीरवी समाज के 200 से अधिक घर है जिनमें आधे से अधिक देवड़ा राज कर रहे हैं। अन्य गौत्र में गहलोत, राठौड़, सोलंकी,काग, पंवार, आगलेचा और चोयल निवास कर रहे हैं। यहां पर श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से सन् 1998 में वैशाख शुक्ल सप्तमी को बड़े हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई थी।इस बडेर के कोटवाल चमनाराम जी भीकाजी देवड़ा, जमादारी वेनाराम जी भीकाजी देवड़ा है पुजारी वास्तव में पुजारी जी लगते हैं एवं मां की पूरी तन्मयता से पूजा अर्चना करते हैं जिसका आभास मंदिर में खड़े होने पर होता है अर्थात यहां पर श्री गजाराम जी देवड़ा पुजारी जी है। यहां पर भी नौकरी की तरफ प्रवाह कम ही है पर जो है उन्होंने इस छोटे गांव का बहुत बड़ा नाम किया है यहां के दुलारे श्री तुलसाराम जी देवड़ा अभी मंडोर ब्लाक के मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी के पद को सुशोभित कर रहे हैं आपने सोने में सुहागा लगाते हुए सीरवी समाज के सांस्कृतिक इतिहास पर पीएचडी कर अपने गांव का नाम रोशन किया है। आपके अलावा डाक्टर देवाराम जी आगलेचा AIMS जोधपुर में तथा डाक्टर नवीन जी देवड़ा दंत चिकित्सक के रुप में हैदराबाद में सेवा दे रहे हैं। श्री सोहनलाल जी देवड़ा भाजपा पाली जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष, श्री फुआराम जी देवड़ा गजनीपुरा गौ शाला के अध्यक्ष पद सुशोभित करते हुए गांव की सेवा कर रहे हैं। यहां से व्यापार व्यवसाय में हैदराबाद, मुम्बई, पूना, गुजरात, जोधपुर और गजनीपुरा में भी अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं। इनमें केसाराम जी मोतीजी देवड़ा और मांगीलाल जी गहलोत ने हैदराबाद, वर्तमान पुजारी गजाराम जी देवड़ा एवं जस्साराम जी देवड़ा ने मुम्बई और चेनाराम जी गहलोत ने जोधपुर में व्यापार व्यवसाय का श्रीगणेश कर भावी पीढ़ी के लिए रास्ता बनाया। गजनीपुरा के बेरा गोंगला पर जेठाराम जी देवड़ा की जीवित समाधि है जिन्हें सभी नमन करते हैं। छोटे गांव के बड़े नाम पर सुझाव भी है कि मंदिर बडेर के पास बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान दिलावें जिससे यह कमी भी पूरी हो सके।